सगाई के बाद दुसरा दिन avi का घर....
Avi - लडकी मे कुछ कमी है शायद...
संतोष - avi तुम पागल तो नहीं हो गये कंही ll ये क्या बोल रहे हो avi को डाटती है ll
Avi - नहीं मम्मी सही मे.... या फिर शायद गूंगी तो नहीं कही
मम्मी - चुप करो तुम क्या बोले जा रहे हो कुछ भी अनाप शनाप ll
Avi - पर पापा कुछ तो है नहीं तो यू बिना कुछ कहे बिना कुछ बोले क्यो बुला ले गये सीना को..... उसका भाई हम क्या खा जाते उसे
मम्मी - चलो रुको अभी तुम्हारी बात करवाती हू रुको तुम
ट्रिन ट्रिन..... ट्रिन ट्रिन.......
कैलाश जी हेलो नमस्कार जीजी नमस्कार जी ओर कैसे है हो गयी सभी रिश्तेदारों की विदाई..... हनजी बस सीना की बुआ फूफा और भाई वो लोग कल जायेगे बाकी तो सभी विदा हो गये।। चलो अच्छा है।। और जीजी सभी खुश तो है कोई कमी कोई गलती तो नहीं हुई ना।। अरे नहीं नहीं बस Avi को एक शिकायत है..... अरे क्या हुआ क्या कमी रही बताईये।। बस कमी तो नही सीना से बात चीत करना चाहते था ll जो हो नहीं सकीं तो बस वही एक बात थी ll लो ये कोनसा कोई बड़ी बात है ll और अब तो सीना आपकी भी है जब मरज़ी बात कीजिए ll लो अभी करवा देते है बात लिजिए lll सीना सीना कहा हो बेटा इधर आओ हनजी पापा लो आपकी सास आपसे बात करेगी।।
"ये अरेज मेरीज कुछ इस तरह की होती है जहां सब कुछ नया और अलग अनजान "
पर फिर भी आज भी अपनी संस्कृति यहि है और यही है यहां के संस्कार ll सीना बहुत घबराई हुई सी नमस्ते आन्टी जी नमस्ते बेटी और एक बात बेटा अब anty नहीं मम्मी बोलने की आदत डाल लो ll सीना हाँ जी...... पर मन ही मन सोचती हुई ll कैसे कोई इतनी जल्दी अपनी आदत को बदल सकेगा ll समय तो लगेगा ना पर यहां कोई नहीं समझता ये और लड़की को बस हर जगह ये बादलों वो बादलों शुरू हो जाता है ll पर कर भी क्या सकते है ll करना तो है ही अब ये सब और कुछ बात करने के बाद Avi को फोन देते हुए लो सीना Avi बात करेगा आपसे बात करो.......हैलो कैसे हों Avi बोलता है और सीना सिर्फ हाँ ना हम्म इसमे ही सारी बात खत्म की और जल्दी से बाये करके फोन काट दिया ll सीना ने इससे पहले कभी किसी लड़के से बात नहीं की क्यों कि जिस समाज मे हम रहते हैं और 90 के दशक मे किसी लड़की का लड़के से बात तो दूर देखना तक गलत समझा जाता था तो सीना की हिचकिचाहट गलत नहीं थी पर Avi को ये जरा भी पसंद नहीं आया था यू उसका फोन काट देना ll