लखनऊ : तत्कालीन अखिलेश सरकार के निशाने पर रहे प्रदेश के ईमानदार छवि वाले सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी सूर्य प्रताप सिंह के घर पर हुये आक्रमण पर लखनऊ पुलिस के आला अफसर मौन क्यो साधे है।क्या यह मान लिया जाए कि योगी के आदेशों का पुलिस पर कोई प्रभाव नही है और प्रदेश की कानून व्यवस्था यूँ ही चलती रहेगी !
सूर्य प्रताप सिंह को लखनऊ की जनता का अपार स्नेह प्राप्त है उनके आवाह्न पर जन सैलाब उमड़ पड़ता है। विगत विधान सभा चुनाव में खुलकर भाजपा का समर्थन करने वाले सूर्य प्रताप सिंह और उनके परिवार को उसी की भाजपा सरकार में भय का मुँह देखना पड़ेगा,यह उन्होंने भी कभी सपने में नही सोच होगा।
आज सोशल मीडिया पर उन्होंने 100 घंटे बाद भी योगी सरकार में कोई पुलिसिया कार्यवाही न होने पर अपनी निम्म भवनाये व्यक्त की है:-
"सौ घंटे की क़ैद ....और उनकी आँखें बंद !"
अब तक 100 ....से अधिक घंटे हो गए, मेरे घर पर हमले को। न कोई गिरफ़्तारी और न कोई मेरे परिवार की माक़ूल सुरक्षा। एक अदद सिपाही दिया है, उसे अपने साथ बाहर ले जाऊँ, तो घर पर परिवार असुरक्षित .... मैं अपने घर में क़ैद होकर रह गया हूँ। मैं पीठ दिखाकर मरने वाला कायर नहीं और न ही बिना लड़े पराजय स्वीकार करने वाला हूँ, लेकिन लोकतंत्र में सुरक्षा की ज़िम्मेदारी सरकार की होती है............कितने अरमानों से बनाया था, इस सरकार को। लखनऊ में एक IAS अधिकारी, अनुराग तिवारी की हत्या होती है और फिर मुझ जैसे पूर्व IAS के घर पर बदमाशों द्वारा धावा बोला जाता है....व्यवस्था की नींद क्यों नहीं खुलती, कोई अपराधी क्यों नहीं पकड़ा जाता। प्रदेश में ताबड़तोड़ हत्याएँ/लूट/बलात्कार का दौर जारी है.... प्रदेश में आज अपराधी बेख़ौफ़ ....लच्चर क़ानून व्यवस्था है।
लखनऊ के SSP दीपक कुमार की 'ख्याति' पर से अभी मेरा विश्वास डिगा नहीं है, लेकिन जब CCTV में सब कुछ क़ैद है, तो कार्यवाही में इतना विलम्ब क्यों ? मेरे जैसे पूर्व आईएएस अधिकारी का यह कहना शायद आपको ग़ैर-ज़िम्मेदाराना लगे, लेकिन आप ही बताएँ कि क्या किया जाए ?......आप जैसे लाखों लोग/युवा मेरे साथ हैं.... क्या अब फिर सड़क पर उतरा जाए, धरना-प्रदर्शन किया जाए, अपने हाथ में हथियार उठा लिया जाए या फिर गुंडों के सामने आत्मसमर्पण कर प्रदेश ही छोड़ दिया जाए ?
योगी सरकार और उनके पुलिस महकमे से उम्मीद की जाती है कि अब वे किसी प्रकार का विलम्ब न करते हुऐ अपराधियो को तत्काल पकड़ना सुनिश्चित करेंगे।