रांची : मोदी की कालाधन रोकने को लेकर बड़े नोटों को बंद करने की सर्जिकल स्ट्राइक ने कई जगह असर डाले हैं. आतंकवाद के साथ नक्सल का भी अर्थतंत्र पर चोट करने में मदद मिली है. इसी का नतीजा है कि झारखंड स्थित चतरा के डिप्टी कमिश्नर ने लावालौंग स्थित बैंक ऑफ इंडिया के 93 खातों को सील कर दिया है . गुप्त सुचना मिली की नक्लसियो कि ओर से पेंशन ओर जनधन खाता में 500 व 1000 के नोट जमा कराये जा रहे हैं. जिसके बाद इन खातों को सील कर दिया. नोट बंदी के बाद जनधन खातो में 21,000 करोड़ रुपए जमा कराए गए है.
बीपीएल परिवार वालो को बनाया जा रहा है टारगेट
जिले के डिप्टी कमिश्नर ओर एसपी ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि खातों को सील किए जाने से संबंधित जानकारी दी. साथ ही लोगों से अपने खाते में दूसरों का पैसा जमा कराने का अनुरोध किया . उन्होनें इसकी जांच कराने की बात कही. डिप्टी कमिश्नर संदीप सिंह वे एसपी अंजनी कुमार झा ने कहा कि जिले के लावालौंग , सिमरिया , बरगा, टंडवी स्थित बैंको में जनधन व पेशनधारियों के खाता में बड़े पैमाने पर पैसा जमा कराए जाने की सूचना मिल रही है, गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करनेवाले बीपीएल परिवारों के खातों में 50 हजार रुपये जमा कराये जाने की सूचना मिली है.
बरामद रुपये आयकर विभाग को सौंपे गये..
एसपी ने बताया कि सिमरिया में आठ लाख रुपये बरामद किये गये थे. जांच के ाद उसे छोड़ दिया गया. टंडवा में दस लाख रुपये बरामद किये गये . इस रकम को जांच के लिए आयकर विभाग के हवाले कर दिया गया है . पुराने नोटों के सिलसिले में सूचना मिलने पर तत्काल कार्रवाई की जा रही है. खासकर लावालौंग व टंडवा पर विशेष नजर रखी जा रही है . एसपी ने कहा हमें सूचना मिली कि नक्सली बड़े पैमाने पर लेवी की राशि आम लोगों के माध्यम से बैंको मं जमा करा रहे है . इसे रोकने के लिए जिला प्रशासन कि ओर से उचित कदम उठाया जा रहा है.