ॐ सहनाववतु । सहनौ भुनक्तु । सहवीर्य करवावहै ।तेजस्विनावधीतमस्तुमा विद्विषावहै । - कृष्ण यजुर्वेद हम सबसाथ मिलकर कार्य करें, साथ मिलकर अर्थात एक दूसरे के प्रति स्नेह की भावना मन में रखतेहुए भोग करें, साथ मिलकर शौर्य करें, हमारा अध्ययन तेजस्वी हो, किसी प्रकार काद्वेष भाव मन में न हो... कृष्ण यजुर्वेद
गणतन्त्र दिवस की हार्दिकबधाई एवं शुभकामनाएँअल्पानामपिवस्तूनां संहति: कार्यसाधिकातॄणैर्गुणत्वमापन्नैर्बध्यन्तेमत्तदन्तिन:।। हितोपदेश 1/35छोटीछोटी वस्तुओं को भी यदि एक स्थान पर एकत्र किया जाए तो उनके द्वारा बड़े से बड़ेकार्य भी किये जा सकते हैं | उसी प्रकार जैसे घासके छोटे छोटे तिनकों से बनाई गई डोर से