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गुलाबो एक नई दास्तां

18 अक्टूबर 2021

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भाग ( 04 ) 👇

अंकिता वहां से चली आती है और अपने रूम में आके रज्जो के बारे में सोचती है, "दी सुबह भी बहुत रो रही थी क्या हुआ है उनके साथ ऐसा ?
यह सभी अम्मा जान को क्यू बुरा कह रही थी क्या वह सच में बुरी है ! लेकिन वह तो मुझसे बहुत प्यार करती है; तो कैसे? "


रात का वक्त हो चला था आज का दिन जैसे तैसे गुजर गया था । महफिले फिर से सजने को थी । माहौल पहले से बेहतर था । मगर अंकिता के जहेन में अब भी रज्जो घूम रही थी। वह सारा माजरा जाना चाहती थी मगर उसकी इतनी हिम्मत न थी की वह अम्मा जान से जाके पूछे । 
फिर उसके जहेन में रोशनी का ख्याल आता है जो रज्जो की सबसे अच्छी दोस्त थी । वह फौरन उसके पास पहुंच कर एक एकांत जगह ले जाती है ।

रोशनी हैरानी के साथ कहती है,"क्या हुआ बेबी जी हमे किस लिए याद किया ।
अंकिता चारो तरफ देखते हुए , मुझे कुछ पूछना था । यह रज्जो दी के साथ क्या हुआ है? वह क्यू फांसी  लगाई हैं ?

रोशनी उसकी तरफ आंखे फाड़ देखती और कहती ना बाबा ना मुझे नही मारना इतनी जल्दी आप जाए नही अम्मा जान मुझे जिंदा खा जाएगी ।

अंकिता सवालिया नजरो से , क्यू क्या अम्मा जान बुरी हैं ?
रोशनी डरे लफ्जो में मैं मैं नही जानती मुझे जाने दे ।

की उतने में मलिका आ जाती है । और गुस्से में कहती है ,"यहां क्या कर रही है तुझे कब से ढूंढ रहे हैं । 
रोशनी हकलाते हुए जी जी जी अम्मा जान ।
अम्मा जान रोहनी को घूरते हुए , और हां सुन ज्यादा मुंह न खुले बाहर, समझ रही ना मैं क्या कह रही हूं  , अंकिता की तरफ इशारा करते हुए कहती है ।
और अंकिता को उसके रूम में जाने को बोल देती है ।


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आज दो साल बाद ,
                           जैसे तैसे करके यह दो साल निकल गए रज्जो का मामला भी खतम हो चुका था लेकिन ! हमारी अंकिता जो इस समय 18की पूरी हो चुकी हैं । उसके मन में कही न कही रज्जो अभी भी आ जाती है । उसे अभी भी यही लगता है की उसको मारा गया है । लेकिन वह इस सब से बेखबर अम्मा जान पर अब भी उतना ही यकीन करती है । जितना करते थी । मलिका का काला सच अभी उसके सामने नही आया था । मलिका ने अपने दिखावे के प्यार से उसका दिल जीत चुकी थी ।


आज आखिर कार वह दिन भी आ चुका था । जिस दिन का मलिका को बेसब्री से इंतज़ार था । जिस दिन से अंकिता की जिंदगी बदले वाले थी । 

अंकिता अपने बेड में अपने बाल खोले अपनी किताब अपनी मस्ती में पढ़ रही थी वह उसी किताब में कोई होती है की , दो लड़कियां सब्बोऔर सम्मो उसके कमरे में किलकारी मार के हंसते हुए आती हैं । 
Anita Singh

Anita Singh

बढ़िया भाग

28 दिसम्बर 2021

sayyeda khatoon

sayyeda khatoon

अच्छा लिखा है आपने 👌🌹🌹

18 अक्टूबर 2021

Arsima Arif

Arsima Arif

18 अक्टूबर 2021

जी शुक्रिया पीछे के भी भाग पढ़े और बताए

4
रचनाएँ
गुलाबो एक नई दास्तां
5.0
भाग (01) ____________ यह कहानी एक मासूम जान की है। जिसकी उम्र महेज 16 है। जिसका नाम अंकिता लोखंडे है । इस नन्ही सी जान ने अपनी इतनी सी उम्र में बहुत कुछ देख लिया है , लेकिन इसके आगे की दस्ता मैं आपको सुनने वाली हूं । यह कहानी एक कोठे से शुरू होती है । जहां आज की शाम सजी है । दुनिया भर की हैवानियत भी देखने को मिल रही है । कई मासूम चेहरे भी यहां हैं जिन्हें देख खुद से सवाल करने का जी चाह रहा है कि, "क्या है इनका गुनाह की इस नन्ही से उम्र में यहां हैं ? इस उम्र में तो बच्चे अपने गुड्डे गुडियो के साथ खेलते हैं ! लेकिन यहां तो इनके ...... उन्ही सभी मासूमियत के बीच एक और मासूम बच्ची थी। जो कोई और नही हमारी अंकिता है। जिसे देख ले कोई एक नज़र तो उसकी नज़र कहीं और देखना न चाहे । उसके रेशमी घने बाल जो वहां के कैद से अंजान इधर उधर आवारा की तरह उड़ रहे हैं , उसकी वह हल्की भूरी झील सी आंखे जिनमे अलग ही चमक दिख रही जिसे देख ऐसा लग रहा जैसे वह इस दुनिया से अंजान है जहां वह रह रही है । उसके वह गुलाबी होंठ जिसे देख कर लग रहा वह बहुत कुछ पूछना और कहना चाहती है मगर वह खामोश है । उसे देख यह कोई नही कह सकता की वह किस जहन्नम में है । और इस सब के बाद इस जहन्नम को चलाने वाली सैतान जो औरत के नाम पर कलंक है। जिसका नाम मलिका है लेकिन सभी इसे अम्मा जान कहते हैं । इसके चेहरे पर रहम करने वाले कोई भाव नहीं इसे देख अच्छे अच्छे डरते हैं । लेकिन यह अपनी पूरी मंडली में सिर्फ अंकिता को बहुत चाहती थी । मलिका उसे सबसे अपनी बेटी बताती है । उसे हर लड़कियों से दूर रख उसका अलग ख्याल रखती है । यहां तक की उसे पढ़ने भी भेजती है । यह सब मलिका इस लिए नही कर रही की वह उसे चाहती है वह सिर्फ उसके जिस्म और खूबसूरती को चाहती है । इसी लिए वह उसे यह सब कर अपने जाल में फंसा रही ताकी आगे चल कर वह उससे अच्छी रकम कमा सके। । शाम का वक्त , कोठे के चारो तरफ रोशनी ही रोशनी है। गाने फुल वाल्यूम में बज रहे हैं । (छोड़ छाड़ के अपने सलीम की गली अनार कली डिस्को चली । )................. सभी बड़े बड़े धन्ना सेठ मुजरा कर रही लडकियो पर पैसे की बारिश कर रहे हैं । कभी उनके पास जा कर नाच रहे। नशे सब डूबे पड़े हैं । वहां का माहौल बत से बत्तर हो गया ।

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