18 सितम्बर 2015
Chehre ki hasi se har gam chupao, Bahut kuchh bolo par kuchh na batao. Khud na rutho kabhi par sabko manao, Ye raz hai zindagi ka, bas jeete chale jao. Nice line Vartika Ji Bagwan kare ki apke labo pe khushi isi trah hamesa kyam rahe ...
3 दिसम्बर 2015
लब्ज़ों को मुस्कराने की वजह तो होनी चाहिए, ज़िन्दगी में आंसू कम नहीं हैं,खिलखिलाने की खता तो होनी चाहिए।... खूब सूरत शब्दों से सजी सुन्दर रचना वर्तिका जी अनेकानेक बधाइयाँ .
3 अक्टूबर 2015
खिलखिलाने की खता तो होनी चाहिए वाह वाह ।..क्या बात है ।.aआपको पडकर बहुत अच्छा लगा
3 अक्टूबर 2015
परेशानियों से, ज़िन्दगी की आपाधापी से लड़ने के लिए, इक दवा तो होनी चाहिए....बहुत सुन्दर !
18 सितम्बर 2015