काली अंधियारी रात के बाद,
हर रोज़ आती हैं एक नयी सुबह,
चाहे कितना भी हो जीवन में अन्धकार,
एक छोटी सी आस भी जगा देती हैं एक नयी सुबह,
चाहे प्रलय हो चारो ओर,
प्रलय के बीच भी ज़िन्दगी दिखाती है नयी सुबह,
चाहे नकारत्मकता के छाये हो घनघोर बादल,
एक छोटा सा सकारात्मक विचार जगा देती है नयी सुबह!
चाहे कितनी भी हो विपदाएं जीवन में,
चारो ओर ऊर्जा बिखेरती है नयी सुबह।