देहरादून : हेलीकॉप्टर की तलाशी लिए जाने के संबंध में भारत निर्वाचन आयोग से शिकायत करने के महज एक दिन बाद आज उत्तराखंड के मुख्यमंत्री हरीश रावत के हेलीकॉप्टर को एक घंटे तक उड़ान भरने की अनुमति नहीं दी गयी। एक दिन पहले इंडिया संवाद ने खबर में बताया था कि हरीश रावत ने चुनाव आयोग से शिकायत की है कि उनके हैलीकाप्टर की रोज जाँच की जा रही है जबकि प्रधानमंत्री मोदी और अमित शाह पर कोई रोक नही है।
मुख्यमंत्री रावत के मुख्य प्रवक्ता सुरेन्द्र कुमार ने बताया कि मुख्यमंत्री को सुबह नौ बजे अल्मोड़ा जनसभा के लिये रवाना होने वाले थे लेकिन उनके हेलीकॉप्टर को यहां जीटीसी हेलीपैड से उड़ान भरने की अनुमति नहीं दी गयी। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री को पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार अल्मोड़ा, चंपावत, चमोली आदि जगहों पर चुनाव प्रचार के लिये जाना था। इसकी पूर्वानुमति के बावजूद पायलट को उड़ान भरने की इजाजत नहीं दी गयी।
मुख्यमंत्री ने स्वयं फोन पर एयर ट्रैफिक कंट्रोल के अधिकारियों से बात की, उन्हें स्थिति से अवगत कराया। कई बार आग्रह करने और इसकी शिकायत निर्वाचन आयोग में करने की बात कहने पर भी करीब एक घंटे बाद उनके हेलीकॉप्टर के पायलट को उड़ान भरने की अनुमति दी गयी।
कुमार ने कहा, बाद में जानकारी मिली कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के श्रीनगर में पहुंचने के कार्यक्रम के कारण एटीसी ने रावत के हेलीकॉप्टर को उड़ान भरने से रोके रखा। रावत ने 10 फरवरी को हल्द्वानी में चुनाव प्रचार के दौरान केवल उनके हेलीकॉप्टर की तलाशी लिये जाने पर कल कड़ी आपत्ति दर्ज कराते हुए चुनाव आयोग को इसकी शिकायत भेजी थी। उन्होंने आरोप लगाया था कि केन्द्र सरकार की शह पर उन्हें परेशान किया जा रहा है।