लखनऊ का नया नवेला इकाना क्रिकेट स्टेडियम. माफ कीजिए, अटल बिहारी वाजपेयी इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम. यहां पहला इंटरनेशनल मैच हुआ और इसे रोहित शर्मा ने यादगार बना दिया. भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने जो धांसू पारी खेली, लखनऊ समेत पूरे देश की दिवाली एक दिन पहले ही मन गई. रोहित ने 58 गेंदों पर 100 रन तान
केरल के तिरूवनंतपुरम में खेले गए इस मैच में ओपनर रोहित शर्मा के साथ एक मजेदार वाकया हुआ. पारी के आठवें ओवर की आखिरी गेंद पर रोहित ने बल्ला अड़ाया और गेंद विकेटकीपर के हाथ में समा गई. रोहित ने एक सेकंड भी नहीं गंवाई और वो बल्ला लेकर वापस जाने लगे. उधर पीछे अंपायर अनिल चौधरी ने नो बॉल का इशारा नहीं कि
किसी भी खिलाड़ी के लिए सबसे खास पल वह होता है जब वह अपने देश की जर्सी पहनकर दर्शकों के बीच उतरता है। भारतीय क्रिकेटर रोहित शर्मा ने यह साबित भी कर दिया कि देश उनके नाम से कहीं ऊपर है। रोहित जब मुंबई के ब्रेबोर्न स्टेडियम में वेस्ट इंडीज के खिलाफ सीरीज के चौथे वनडे में फील्डिंग कर रहे थे, तब ही कुछ ऐ
रोहित शर्मा ने वेस्टइंडीज के खिलाफ चौथे वनडे में करियर में सातवीं बार 150 रन से ज्यादा का स्कोर किया। ऐसा करने वाले वे दुनिया के पहले क्रिकेटर हैं। वे एक ही सीरीज में दो बार 150+ रन का स्कोर करने वाले दुनिया के दूसरे क्रिकेटर हैं। वनडे में एक ही सीरीज में दो बार 150 र
रोहित शर्मा के 18 वे शतक और विराट कोहली के 50 रन की पारी के बाद ट्विटर पे अधिक संख्या में लोगो ने अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की |कुछ लोगो ने तो अनुष्का शर्मा और रितिका साजदेह का भी शुक्रिया अदा किया क्योकि ये दोनों मैच के दौरान ग्राउंड पे मौजूद थी | अतीत
मुसकुरा कर फूल को ,यार पागल कर दिया प्यार ने अपना जिगर ,नाम तेरे कर दिया आस से ना प्यास से ,दूर से ना पास से आँख तुमसे जब मिली ,बात पूरी कर दिया
... इस नई व्यवस्था से अर्थव्यवस्था को 60 लाख करोड़ रुपये का महत्वपूर्ण फायदा होगा. गौरतलब है कि लोकसभा में ये बिल पहले ही पास हो चुका है, लेकिन राज्यसभा में इसकी राह में बार-बार रोड़े अड़ा दिए जाते हैं, जिसके लिए कांग्रेस सीधे तौर पर जिम्मेदार मानी जा रही है और इसके लिए उसकी खासी आलोचना भी हो चुकी है.
आजकल चिट्ठियों की बड़ी चर्चा है और हो भी क्यों न आखिर कंप्यूटर, स्मार्टफोन के युग में कोई 'चिट्ठी' लिखे तो यह बात 'एंटीक' सा लगता है और बड़े लोगों को तो वैसे भी 'एंटीक' चीजें पसंद होती हैं. चिट्ठियों का इतिहास हम देखते हैं तो इसे 'प्रेम-पत्र' के रूप में कहीं ज्यादा मान्यता प्राप्त रही है. मसलन कुछ साल