नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से वर्तमान में क्या हिंदूवादी संगठन नाराज है ? यह सवाल हिंदूवादी संगठनों के एक सम्मलेन के बाद और भी बड़ा हो गया है। जनसत्ता वेबसाइट की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि 25 सितंबर को हिंदूवादी संगठनों विश्व हिन्दू महासंघ और युवा हिन्दू वाहिनी ने मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा।
कार्यक्रम मोदी सरकार की नीतियों और अच्छे दिनों के वादे पर भी सवाल उठाये गए हैं। इस कार्यक्रम में कविता के जरिये मोदी सरकार पर निशाना साधा गया कि अच्छे दिन कब आएंगे। कविता में कहा गया है कि मोदी अब अहंकार में डूब गए हैं। गौरतलब है कि कुछ दिन पहले गौरक्षकों को लेकर दिए गए मोदी सरकार के बयान पर हिंदूवादी संगठनों में नाराजगी है। पूरी कविता इस प्रकार है।
भूखे पेटों को जाने कब एक निवाला जाएगा
कहो चुनावी वादों का कब कर्ज उतारा जाएगा
गौरक्षक बोलो मोदी कब तक गुंडा कहलाएगा
बच्चा-बच्चा पूछ रहा है कब अच्छा दिन आएगा
सबसे ऊंची कुर्सी पाकर अहंकार में डूब गए
राम का मंदिर बनवाऊंगा, भाषा शायद भूल गए
गंगालय पर बाढ़ आई जो सारी कसमें याद करो
56 इंची सीने वाली सारी कसमें याद करो
जनता के कानों में मक्खन-मिश्री घोला था
सबके अच्छे दिन आएंगे मोदी तुमने बोला था
कब तक भारत माता यूं ही हाय-हाय चिल्लाएगी
डायन कहने वालों की कब जीभ काट दी जाएगी
लव लेटर की भाषा मोदी तुमको नहीं सुहाती है
भगत सिंह के चेहरे पर जब कालिख पोती जाती है
भारत तेरे टुकड़े होंगे कोई #$@#$ भौंक गया
मोदीजी फिर भी चुप बैठे, बच्चा बच्चा चौंक गया
खून हो गया पानी पानी, यौवन भी शरमाया था
क्या ये मोदी वो मोदी है, जो गुजरात से आया था