पटना : चारा घोटाले एवम मॉल निर्माण घोटालो में फॅसे लालू परिवार पर काले बादल अभी भी मंडराते नज़र आ रहे है। अब बारी है आरजेडी अध्यक्ष लालू यादव की बेटी और दामाद की। इन दोनों पर जांच एजेंसियों का शिकंजा कसता जा रहा है। आज बेटी मीसा भारती और दामाद शैलेश की कंपनियों को मिलने वाले पैसे पर आयकर विभाग इन दोनों से बड़ी जिरह करने वाला है।
लालू यादव की बेटी मीसा और दामाद शैलेष पर आरोप है कि उनकी कंपनियों में कुछ फर्जी कंपनियों के जरिए पैसा ट्रांसफर किया गया। इस पैसे से उन्होने दिल्ली के पॉश इलाके में करोड़ो रुपए का फॉर्महाउस खरीदा। आयकर विभाग ने इस मामले में दिल्ली और आसपास की 22 जगहों पर छापेमारी की जिसमें बरामद दस्तावेजों के आधार पर अब मीसा और शैलेश जांच के घेरे में आ चुके है और उनसे बड़ी पूछताछ होगी।
आय़कर विभाग मीसा औऱ शैलेश दोनो से यह जानना चाहता है कि उनकी कंपनियो में किन लोगो ने किसके कहने पर पैसे ट्रांसफर किये या ये पैसे क्यों दिए गए। यदि ये पैसे मीसा और शैलेश की कंपनी के किसी काम के बदले दिए गए तो वो क्या काम था। ऐसे ही जटिल सवालो का एक जाल आय़कर विभाग ने तैयार किया है।
आयकर विभाग ने इन लोगो से पूछताछ के लिऐ जो 50 सवाल तैयार किए हैं उनमें से प्रमुख सवाल यह हैं-
आपका पैन नंबर क्या है और आप आयकर कहां भरती हैं?आपकी कितनी कंपनिया है और उनमें कब-कब कितना लोन आय़ा? आप लोगो के कितने लोन अनसिक्योर्ड थे और क्यों दिए गए थे? क्या लिए गए लोन का पैसा आपने वापस कर दिया गया है? आपकी कंपनी मिशेल को चार कंपनियों ने एक करोड़ 20 लाख रुपया क्यों दिया था?ऐसे कौन से हालात थे कि आपने जब शेयर बेचे तो 90 रूपये के और वही शेयर वापस खऱीदे तो 10 रुपये के? आपकी कंपनियां क्या काम करती हैं? आपकी कंपनी में कितने कर्मचारी हैं? कोलकाता की कंपनी डायमंड विनमय से आपका क्या रिश्ता है उसने आपके शेयर क्यों खरीदे?क्या आप राजेश अग्रवाल नाम के सीए को जानती हैं, अगर हां तो कैसे?
सूत्रों के मुताबिक, मीसा से दो चरणो मे पूछताछ की जायेगी जांच के पहले चरण में उससे सवाल पूछे जायेगे और जिन सवालो के जवाब वो गलत देगी पूछताछ के अगले चरण में उन्ही सवालो के बारे में दस्तावेज दिखा कर पूछताछ की जायेगी ऐसे में मीसा को आयकर विभाग की ये पूछताछ काफी भारी पड सकती है।
आयकर विभाग के अलावा प्रवर्तन निदेशालय भी मीसा और शैलेष को आठ हजार करोड़ रुपए के घोटाले में पूछताछ के लिए बुला सकता है। यह पूछताछ इस मामले में गिरफ्त में आए सीए राजेश अग्रवाल के बयानों के आधार पर हो सकती है।
सूत्रों के अनुसार, राजेश अग्रवाल ने अपने बयानो में साफ तौर पर कहा कि जो पैसा उसने नगद दिया था वो पैसा मीसा और शैलेश की कंपनी मिशेल में जमा कराया गया था, उसके द्वारा दिए गए पैसो का ही ड्राफ्ट तीन चरणो में बना कर शैल कंपनियों के जरिए मीसा की कंपनी में भेजा गया था. दो अलग अलग मामलों में मीसा और उनके पति शैलेष पर जांच एजेंसियों का कसता शिकंजा लालू यादव के लिए भी नई मुश्किल की वजह बन सकता है।