नई दिल्ली : पाकिस्तान में घुसकर भारतीय सेना द्वारा आतंकी ठिकानों पर कार्रवाई के बाद जहाँ 38 आतंकियों के मारे जाने की खबर है वहीँ पाकिस्तान के दो सैनिक भी मारे गए हैं। एक ओर भारत पाकिस्तान को सीमा पर अब लगातार जवाब दे रहा है वहीँ ईरान ने भी पाकिस्तान के बलूचिस्तान में मोटार्र और गोले दागे हैं। ख़बरों के अनुसार ईरान के बॉर्डर गार्ड ने पंजगूर शहर के सीमावर्ती गांव में गोले दागे। पाकिस्तान के इस इलाके से बड़ी संख्या में तस्कर आते हैं। पाकिस्तान और ईरान का 900 किलोमीटर बॉर्डर है। पाकिस्तान और ईरान की सेनाओं के बीच अक्सर झड़पें भी होती रहती हैं।
इससे पहले अमेरिका की सुरक्षा सलाहकार सुसैन राइस ने अपने भारतीय समकक्ष अजित डोभाल को फोन किया और उरी आतंकी हमले की निंदा करते हुए कहा कि व्हाइट हाउस पाकिस्तान, से संयुक्त राष्ट्र द्वारा आतंकी घोषित किए गए समूहों से निपटने तथा उनका सफाया करने के लिए प्रभावी कार्रवाई करने की अपेक्षा रखता है।
राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद् के प्रवक्ता नेड प्राइस ने कहा, ‘‘राजदूत राइस ने बार बार हमारी यह अपेक्षा दोहराई है कि पाकिस्तान लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मुहम्मद सहित, संयुक्त राष्ट्र द्वारा आतंकी घोषित किए गए समूहों, व्यक्तियों और उनसे संबद्ध गुटों से निपटने तथा उनका सफाया करने के लिए प्रभावी कार्रवाई करे। ’’ सुसैन ने उरी हमले के बाद डोभाल के साथ फोन पर हुई पहली बातचीत में, 18 सितंबर को भारतीय सेना के मुख्यालय पर सीमा पार से हुये हमले की कड़े शब्दों में निंदा की। उन्होंने हमले में शहीद हुए जवानों तथा उनके परिजनों के प्रति संवेदना भी व्यक्त की।
प्राइस ने कहा, ‘‘उन्होंने दुनिया भर में आतंकवाद के षड्यंत्रकारियों को न्याय के कटघरे में लाने के लिए हमारे प्रयास दोगुने करने की राष्ट्रपति :बराक: ओबामा की प्रतिबद्धता की पुन: पुष्टि की। ’’ उन्होंने कहा ‘‘राजदूत राइस ने क्षेत्रीय शांति एवं स्थिरता को आगे बढ़ाने के लिए भारत के साथ हमारी साझा प्रतिबद्धता पर चर्चा की और संयुक्त राष्ट्र द्वारा आतंकी घोषित किए जाने सहित आतंकवाद की रोकथाम संबंधी मुद्दों पर सहयोग गहरा करने का संकल्प जताया।’’