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इश्क़ और इत्तफ़ाक!

आंचल सोनी 'हिया'

13 भाग
6 लोगों ने खरीदा
35 पाठक
1 फरवरी 2022 को पूर्ण की गई
ISBN : 978-81-956246-4-5
ये पुस्तक यहां भी उपलब्ध है Amazon

◆●【इश्क़ और इत्तफ़ाक!】●◆ "इश्क़ और इत्तफ़ाक!" इश्क़ में इत्तफ़ाक की भूमिका बेहद अहम् होती है। इश्क़ में इत्तफ़ाक वही किरदार निभाता है, जो कुछ अब्द से ख़ाली पड़े मकान में एक किरायदार निभाता है। ये इत्तफ़ाक किसी मकान के किरायदार की तरह होता तो क्षणिक है, लेकिन क्षमता बेशुमार रखता है। चाहे तो इश्क़ का मकान ख़ूब संवार दे... चाहे तो उजड़ा चमन बना दे। ये इत्तफ़ाक अपनी मर्ज़ी का मालिक है, जो चाहे सो करा दे।(•ө•)♡ तो इत्तफ़ाक के इसी भूमिका को आपके समक्ष प्रस्तुत करेगी मेरी कहानी "इश्क़ और इत्तफ़ाक!" जिसमे निहित होगा एक नयापन और हमें यक़ीन है, ये नयापन आपको रास आयेगा।( ´∀`) आँचल सोनी 'हिया'✍️🌼  

ishk aur ittfak

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बहुत ही खूबसूरत सुबह के मौसम के साथ कहानी का आगाज किया है। शीर्षक "इश्क और इत्तफाक!" नायिका के साथ घटने वाली घटनाओं का सुन्दर विवेचन करती हैं। साहित्यिक रूप लिये हुए ये उपन्यास सहज ही हृदय में घर कर रहा है। इत्तफाक की मकान के किराएदार से उपमा करना इसमें एक आकर्षण पैदा करता है। नायिका /लेखिका का गरीब भीख माँगने वाले बच्चों के प्रति स्वाभाविक झुकाव उसके कोमल हृदय का सूचक है। लेखिका /नायिका का ट्रेन के सफर में टियारा से मिलना उसके बारे में जानने की उत्सुकता बढाता है। लेखिका ने सभी पात्रों के साथ पूर्ण न्याय किया है। कहानी आकर्षक और रोचक हैं। उपन्यास की कहानी कहीं भी छूटती हुई सी महसूस नहीं होती। शानदार लेखन के लिए आपको बहुत-बहुत बधाई और ढेरों शुभकामनाएं 🙏🏻 🌹 🙏🏻 राधे राधे 🙏🏻🌷🙏🏻


प्रारंभ, मध्य, अंत पूरी रचना सुगठित, सुव्यवस्थित, निरंतरता सब कुछ बहुत बढ़िया, रोचक घटनाक्रम 😊 बहुत ही अलग हटकर है आपकी ये अद्भुत सी हिमाचल-यात्रा👏 अब आगे हिमाचल में पहुंचने की उत्सुकता मुझे भी हो गई 😌


सच में आंचल आज इतनी खूबसूरती के साथ आपने इस पुरे पुस्तक को पेश करके खुद को एक बेहतरीन और काबिल लेखिकाओं की श्रेणी में खड़ा कर लिया है। हर पल को मैं खुद के भीतर जी रही था। यूँ लग रहा था मानो आंचल और प्रीत मेरे सामने ही खड़े हैं👏👌और सबसे शानदार बात---इस कहानी का शीर्षक .... इश्क़ और इत्तफ़ाक ही अपने आप में बहुत कुछ कह जाता है👏💐🌹बहुत ही शानदार रचना.... आप यूँ ही लिखती रहिये | 🌺


प्रारम्भ, मध्य और अंत, सुगठित, सुव्यवस्थित, और रोचकता से भरपूर है। इश्क़ में इत्तफ़ाक की भूमिका। यह वाक्य अपने आप में काफी कुछ कहने को बेताब है। आपकी प्रस्तावना में ही आपके इस शानदार उपन्यास की झलक साफ साफ देखी जा सकती है। शुरू से अंत तक सच्चा प्रेम, इत्तफ़ाक, संयोग, संघर्ष, बलिदान, रोमांस, सुख और दुख से भरपूर इस रोचक कहानी की समीक्षा के लिए मेरे पास शब्दों की नितांत कमी है। निःशब्द हूँ...गज़ब का यात्रा वर्णन। इस शानदार उपन्यास को सबको पढ़ना चाहिए। यह उपन्यास पढ़कर ऐसा महसूस हुआ कि हिंदी का भविष्य उज्ज्वल है। प्रीत, आँचल और टियारा की दिल को छूने वाली अप्रतिम कहानी की लेखिका आँचल सोनी 'हिया' जी को मैं तहे दिल से नमन करता हूँ। आँचल जी के साथ, शब्द.इन के प्रकाशन टीम को भी हार्दिक बधाई, जिन्होंने इतनी बेहतरीन उपन्यास अपने प्लेटफ़ॉर्म पर लेकर आए।

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