नई दिल्ली : दिल्ली परिवहन निगम ( डीटीसी) द्वारा 3 करोड़ का रेवेन्यू जमा कराया गया जिस पर विवाद खड़ा हो गया है। यह विवाद इसलिए खड़ा हुआ है क्योंकि इस रकम में ज्यादातर नोट 1000 और 500 के थे। सवाल उठाये जा रहे हैं कि डीटीसी की बसों का किराया अगर 5, 10, 15, 25 रूपये है तो उनके पास 500 और 1000 के नोट कहाँ से आये।
दिल्ली के परिवहन मंत्री सत्येन्द्र जैन ने इसकी जाँच के आदेश दे दिए हैं। दिल्ली बीजेपी ने आरोप लगाया था कि आम आदमी पार्टी डीटीसी के जरिये अपना काला धन सफ़ेद कर रही है। बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सतीश उपाध्याय ने एलजी नजीब जंग से इसकी शिकायत की थी।
DTC के कुछ अधिकारियों पर लगे आरोपों ये कम मूल्य वाले नोटों को 500 और 1000 रपये के नोटों से बदलकर उन्हें बैंकों में जमा कर रहे हैं। दिल्ली के परिवहन मंत्री सत्येन्दर जैन ने DTC के चेयरमैन सह प्रबंध निदेशक को इन आरोपों की एक विस्तृत जांच करने का आदेश दिया कि DTC में कुछ अधिकारी यात्रियों से किराए के तौर पर वसूले गए छोटे नोटों को 500 और 1000 रपये के पुराने नोट से बदल रहे हैं।