नई दिल्ली : हरियाणा में जाटों के एक धड़े द्वारा शनिवार से आरक्षण आंदोलन का एक बार फिर गरमा गया है. आंदोलन का आह्वान जाट नेताओं ने कर राज्य के प्रशासन की नींद उड़ा दी है. जिसके चलते आरक्षण की मांग को लेकर बवाल वाले रोहतक जिला प्रशासन ने एहतियात के तौर पर जिले के कई हिस्सों में धारा 144 लगा दी है। एक अधिकारी ने बताया कि शहर में रेलवे स्टेशनों सहित राष्ट्रीय एवं राज्य राजमार्गों से करीब 500 मीटर की दूरी में पांच या उससे अधिक लोगों के जमावड़े पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।
सरकार ने मांगी अर्धसैनिक बलों की 55 कंपनियां
हरियाणा सरकार ने राज्य में 7,000 होमगार्डों की तैनाती के अलावा केंद्र से अर्धसैनिक बलों की 55 कंपनियों की मांग की है। पिछले साल इसी तरह के आंदोलन में 30 लोगों की मौत हो गई थी और व्यापक तोड़फोड़ की घटनाएं हुयी थीं। इस हिंसा में रोहतक और सोनीपत एवं झज्जर सहित इसके कुछ पड़ोसी जिले बुरी तरह प्रभावित हुए थे। जाट आरक्षण के लिए होने वाले धरना को ध्यान में रखते हुए पुलिस ने आरएएफ के साथ फ्लैग मार्च निकाला।
केंद्र से आरएएफ की दो कम्पनियां भेजीं
एएसपी ने बताया कि केंद्र से आरएएफ की दो कम्पनियां आई हैं। एक कंपनी को सफीदों में तैनात किया गया है और एक कंपनी को जींद में। इसके अलावा जवानों को थाना क्षेत्र के अनुसार भी लगाया गया हैं। फ्लैग मार्च में आरएएफ और पुलिस के जवानों के साथ साथ महिला जवान भी थी।