नई दिल्लीः जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में जहां पहले देश विरोधी नारेबाजी के वीडियो पुलिस की ओर से कराई जांच में सही साबित हुए थे, वहीं संसद पर हमले की साजिश रचने वाले आतंकी अफजल को शहीद बताने वाले प्रोग्राम आयोजन की जांच भी पूरी हो गई है। जेएनयू की ओर से गठित उच्च स्तरीय कमेटी ने 21 छात्रों को गलत तरीके से कैंपस में प्रोग्राम आयोजन का दोषी मानते हुए उनके खिलाफ रिपोर्ट दी है। सभी पर जुर्माना लगाया गया है। बता दें कि नौ फरवरी को हुए प्रोग्राम में देश विरोधी नारेबाजी और कश्मीर की आजादी के नारे लगे थे।
देशविरोधी नारेबाजी का मामला देश में चर्चा हुआ था
दरअसल जेएनूय में वामपंथी छात्रसंगठनों की से फांसी पाए संसद हमले की साजिश रचने वाले अफजल दोषी और जेकेएलएफ नेता मकबूल भट्ट की याद में श्रद्धांजलि कार्यक्रम किए थे। नौ फरवरी को हुए इस कार्यक्रम का वीडियो दस फरवरी को सामने आया तो हंगामा खड़ा हो गया। 12 फरवरी को दिल्ली पुलिस ने जेएनूय छात्रसंघ अध्यक्ष कन्हैया, उमर खालिद, अनिर्बान समेत कई छात्रों को गिरफ्तार किया। देशद्रोह का मुकदमा दर्ज किया। आरोपी जमानत पर रिहा चल रहे हैं।