नई दिल्ली : अपनी बुलंद आवाज से कई डॉक्युमेंट्री फिल्मों में आवाज देने वाले बॉलीवुड के जाने माने सितारे ओम पुरी अब हमारे बीच नहीं रहे, लेकिन उनकी आवाज को हम कभी नहीं भुला सकते. शुक्रवार को सुबह उनको दिल को दौरा पड़ा.जिससे उनकी मौत हो गयी. दरअसल ओम पुरी अपनी निजी जिंदगी को लेकर बहुत ऊब चुके थे. साल 2013 में पत्नी नन्दिता से विवाद हो जाने के कारण उनके जीवन में उदासी छा गयी थी. जिसके बाद उन्होंने अपनी जिंदगी जीने के लिए शराब का सहारा ले लिया था.
ओम पुरी ने दोस्तों से मिलना कर दिया था बंद
यही नहीं उन्होंने अपने पुराने मित्रों से मिलना-जुलना तक बंद कर दिया था. इतना ही नहीं बड़ी महफ़िलों में भी उन्होंने जाना बंद कर दिया था. उनके करीबी मित्रों ने कई बार उन्हें शराब पिने के लिए भी मना किया, लेकिन उन्होंने उनकी बात भी नहीं मानी. यहां तक रजामुराद ने भी उन्हें कई बार शराब कम करने के लिए टोका. लेकिन जीवन के अंतिम क्षणों में उन्होंने उनकी बात भी नहीं मानी. रजा मुराद ने उनकी मौत पर दुःख व्यक्त करते हुए कहा है कि वह पिछले एक साल से शराब के नशे में ही धुत रहने लगे थे. उनके निजी जीवन में गहरा दुःख होने के कारण उन्होंने शराब को ही अपनी जीवन संगनी बना ली थी.
पत्नी से तीन साल पहले हुआ था विवाद
आपको बता दें कि ओम पुरी की पहली पत्नी सीमा कपूर थीं, जिससे उनका विवाह हुआ था. सीमा पुरी से तलाक हो जाने के बाद उन्होंने अपना दूसरा विवाह 1993 में नन्दिता से किया. लेकिन नन्दिता के साथ भी उनका अपनी निजी जिंदगी को लेकर विवाद हो गया, जिसके बाद साल 2013 में उन्होंने उसको भी तलाक दे दिया. दरअसल ओम पुरी की पत्नी नन्दिता ने अपनी बायोग्राफी में लिखा था कि उनका अपनी मेड के साथ 14 साल की उम्र में ही प्रेम प्रसंग था. उसके बाद उनका प्रेम प्रसंग अपनी केयर टेकर के साथ बड़े होने पर हो गया.
निजी जिंदगी को लेकर नन्दिता से हुआ था झगड़ा
पत्नी नन्दिता द्वारा अपनी बायोग्राफी में उनकी निजी जिंदगी का खुलासा किये जाने से उनका अपनी पत्नी के साथ झगड़ा हो गया. जिसके चलते साल 2013 में उन्होंने अपनी पत्नी नन्दिता को भी तलाक दे दिया और वह अलग रहने लगे. लेकिन यह उनकी जिंदगी का सबसे बड़ी ट्रेजडी थी, जिसके चक्कर में उन्होंने अपनी जीवन संगी शराब को बना लिया था. हालांकि उनके कुछ मित्रों के मुताबिक ओम पुरी और सीमा पुरी के फिर से एक होने की चर्चाएं चल रहीं थीं. लेकिन ओम पुरी ने अपनी लाइफ स्टाइल ही बदल दी. यहां तक की उन्होंने घर से बाहर भी जाना बंद कर दिया था.
शराब को बना लिया था ओम पुरी ने जीवन संगनी
सुबह से शराब के नशे में डूबे रहने से उनकी सेहत ख़राब होती जा रही थी. लेकिन जैसे उनकी खुद अब जीने की इच्छा खत्म हो गयी थी. वह इतना परेशान रहने लगे थे कि जिस समाज को सुधारने के लिए वह हिंदी सिनेमा जगत की फिल्मों में कभी इंस्पेक्टर की भूमिका में अपनी बुलंद आवाज की जादूगरी से अपराधियों का सफाया करते नजर आते थे, वही ओम पुरी अपने जीवन के अंतिम तीन सालों से समाज को त्याग कर शराब को ही अपनी जिंदगी मान बैठे थे. फिलहाल शराब ने ही उनकी जीवन लीला समाप्त कर दी.