shabd-logo

जीवन सारथि भाग 16

21 अगस्त 2022

11 बार देखा गया 11

पिछले भाग में आने सुना राजश्री रितेश से मिलकर उसे ड्राइवर की जॉब दिलवाती है साथ ही उसके आफिस  में बैठे बुजुर्ग दंपत्ति से बातचीत कर उन्हें घर के अंदर लाकर  नाश्ते के लिए बिठा किसी को  फोन करती है।

"हेलो!" कहती हुई बात करने के लिए राजश्री अपने कमरे में चली जाती है।
"हेलो!" उधर से भी  जवाब आया। 

क्या मेरी बात साहिल जी से हो रही है!?

जी मैडम साहिल बोल रिया हूँ बोलो क्या काम है!?

एक घर चाहिए था मुझे। थोड़े अच्छे इलाके में आसपास के लोग अच्छे हों। शोर शराबा न हो। शांति हो।
राजश्री ने अपने घर और कोर्ट के पास के इलाके में उसे कोई छोटा सा 2 कमरों का बताने को कहा। 

उसने दो तीन इलाकों के नाम बताए जिसमे से एक न्यायालय से सिर्फ मिनिट की दूरी पर था। 
एरिया उसका जाना पहचाना था और वैसा ही जैसा उसे चाहिए था। पास ही वकील कॉलोनी थी जहाँ सभी वकील रहते थे और राजश्री का वहाँ कईं बार जाना आना होता था। 

ठीक है! अभी कमरा दिखा सकते हैं!?

अरे हओ मेडम आप तो आ जाओ कबी बी बता देऊँगा।

ठीक अभी आधे से एक घंटे में पहुँच रही हूँ मैं। 
फ़ोन रख राजश्री ने फिर डायरी निकाली। कुछ लिखा और बाहर निकल गई। 

शालिनी! मैं निकल रही हूँ। जल्दी आने की कोशिश करती हूँ। फिर शाम को निकलते हैं सब तैयारी कर के रखना। 

आप लोग चलिए मेरे साथ। कमरा मिल गया है, कोर्ट के पास ही है। मुझे भी उधर ही कुछ काम से जाना है।  आपको वहाँ तक छोड़ दूंगी मैं। 
दोनों कृतज्ञता का भाव लिए उठ खड़े हुए। शालिनी ने राजश्री के कहे अनुसार एक टिफिन में खाना पैक कर उन्हें दे दिया।
राजश्री उन्हें लेकर निकल गई कुछ ही देर में वे उस इलाके में आगये थे जहाँ कमरे की बात हुई थी।  
साहिल भी उन्हें बाहर ही मिल गया था। उसने उन्हें कमरा दिखा दिया। 
घर दरख लेने के बाद उसने उन्हें पूछा-
यहाँ रहने में कोई समस्या तो नहीं होगी आपको!? राजश्री ने दम्पति से पूछा।

दोनों ने एक दूसरे की और देखा जैसे कुछ कहना चाह रहे हों। 

क्या हुआ अच्छी नहीं क्या जगह आंटीजी!?

नहीं! बेटा! पर किराया क्या रहेगा?

मैं आऊँगी  हर 15 दिन में आपके हाथ की चाय पीने।  पिलाएँगे ?
 
हाँ! बेटा! कैसी बात कर रही हो!? जरूर पिलाएँगे अंकलजी बोले। 

बस वही किराया समझ लीजिए। कहकर राजश्री मुस्कुरा दी।
वैसे ये खरीद लिया है मैंने। किराये का नहीं है। और कोई भी आपको यहाँ से कभी जाने के लिए नहीं कहेगा। 

नहीं! बेटा! इतने अहसान मत चढ़ाओ कैसे उतरेंगे!?

कोई अहसान नहीं है ये सब। आपके अच्छे कर्मो का प्रतिफल है, जो ईश्वर दे रहें हैं। मेरा कोई लेना देना नहीं है इसमें। उल्टा मेरे सिर पर आपकी चाय का कर्ज़ा चढ़ने वाला है आप तो फायदे में ही हैं चिंता न करें। 
कहकर राजश्री मुस्कुरा दी। 

दो तीन दिन में पेपर्स तैयार कर लेना ये आज से ही रहेंगे। पेपर्स इन्हे देकर बचे हुए अमाउंट का चैक ले जाना, मेरे ऑफिस से। ये पता है मेरा। कहकर राजश्री ने अपना कार्ड साहिल को दिया। 

कोई भी परेशानी हो ये मेरा कार्ड रखिए। इस पर नंबर है बेझिझक कभी भी कॉल कीजिये। और तीन दिन बाद फिर से मेरे पास आइएगा।  
कहकर राजश्री ने उन्हें भी अपने कार्ड के साथ ही  कुछ पैसे दिए तो  दोनों फिर संकोच में पड़ गए।

सोचिये मत!!! खाने और जरुरत का कुछ ही सामान आएगा बस आपका। उतने ही हैं ज्यादा नहीं हैं। 

पर  बेटा..!
संकोचवश वे इतना ही बोल सके। 

भगवान ने भेजे हैं रख लीजिए और बदले में बस आशीर्वाद दे दीजिए कि जब भी किसी को मदद की जरुरत हो मैं कर पाऊं। 
दोनों ने अश्रुपूरित नेत्रों सहित उसके सिर पर हाथ रख  खूब आशीर्वाद दिया राजश्री को।
"भगवान् तुम्हें सबकुछ दे बेटा! हमेशा खुश रहो! राजश्री उनके मन में बस गई थी अपनी बेटी की तरह। जाते हुए उसे देखते रहे दोनों। 
**********************************

राजश्री ने काम निपटा कर राजन्शी के लिए उपहार खरीदे। शाम के पाँच बज चुके थे और इस समय वह बिना चाय पिए रह नहीं सकती थी। इसलिए मार्किट के बीचों बीच बने टी-ट्रीट कैफ़े में चाय पीने के लिए बैठ गई। 
राजश्री सोच विचार में गुम  डायरी पेन निकाल कर बैठ अपनी चाय का इंतज़ार ही कर रही थी कि इतने में एक व्यक्ति उसकी टेबल के पास आ खड़ा हुआ। राजश्री ने नज़रें ऊपर कर उसे देखा और बिना कोई प्रतिक्रिया दिए फिर डायरी में देखने लगी। 

"मैं बैठ सकता हूँ यहाँ!?" उस व्यक्ति ने पूछा। 
"ये मेरा घर नहीं है जहाँ आपको मुझसे इजाज़त लेनी पड़े। मुझे डिस्टर्ब किए  बिना आप जहाँ बैठना चाहें बैठिये।"
 
कौन है यह व्यक्ति जिसके साथ राजशी इतने रूखे स्वर में बात कर रही है और क्यों!? क्या होगा आगे? जानने केलिए पढ़ें अगला एपिसोड
(स्वरचित) dj  कॉपीराईट © 1999 – 2020Google

Divya joshi की अन्य किताबें

20
रचनाएँ
जीवन सारथि
0.0
समाज में गुम हो चुकी संवेदनशीलता को जगाने का प्रयास करती एक कहानी है, जीवन सारथि! एकसाथ कईं सामाजिक मुद्दों पर ध्यान आकर्षित करती,स्त्री सशक्तिकरण का उदाहरण प्रस्तुत करती, 'भिखारी' कह कर समाज से अलग कर दिया गया वर्ग भी कैसे समाज के सहयोग से हाशिये से उठकर मुख्यधारा में शामिल हो सकता है, इसका उदाहरण प्रस्तुत करती, गंभीर बीमारियों से जूझते लोगों के प्रति हमारे अमानवीय व्यवहार को लक्षित करती, सुख- दुख, हास्य-मनोरंजन से रोचकता के गलियारों में घुमाती हुई, राजश्री,वीणा और शालिनी जैसे कईं संवेदनशील किरदारों की कहानी है यह! आशा है, कुछ सुप्त भावनाओं को जगाकर यह आपके हृदय पर एक अमिट छाप छोड़ जाएगी! मुख्य पात्र राजश्री अन्य मुख्य पात्र वीणा और शालिनी इसके अतिरिक्त के सहायक पात्र रानी सुरेश विनोद श्रीधर डॉक्टर राजेश कहानी को रुचिपूर्ण बनाकर रखते हैं। कहानी का पहला दृश्य ईश्वर की महिमा अपरम्पार है! किस रूप में कब, कहाँ, किसे मिल जाएँ!!!  कहना मुश्किल है…! कुछ वर्ष पहले इसी विद्यालय में उसे भी तो ईश्वर के एक रूप के दर्शन हुए थे! राजन्शी के स्कूल की घंटी की आवाज़ ने, सोच में डूबी वीणा की तन्द्रा तोड़ी। इसी घंटी ने कुछ वर्ष पूर्व उसके जीवन की नई राह का शुभारम्भ किया था! आज उसी स्कूल के बाहर बैठी वह अपनी बेटी राजन्शी की छुट्टी होने का इंतज़ार कर रही थी। छुट्टी की घण्टी बजते एक हाथ थाम कर दोनो माँ बेटी चल पड़ीं । वीणा के विचारों की त्सुनामी अब भी सुर मिला रही थी उसके क़दमों की ताल से। ये विद्यालय उसके जीवन मे नींव का पत्थर साबित हुआ था। राजश्री को दूसरे शहर गए हुए तीन वर्ष हो चुके थे अब। लेकिन वीणा को वे आज भी भुलाये नहीं भूलतीं और न ही वह मन ही मन रोज़ उन्हें धन्यवाद देना भूलती है। उसके लिए राजश्री जी भगवान के समान थीं। आखिर वीणा को नयी ज़िन्दगी तो उन्होंने ही दी थी । कितने कष्टों से भरी थी उसके जीवन की राह! उस समय अगर वे नहीं होतीं तो वीणा आज भी उसी नर्क में घुट रही होती। उस दिन भी इसी तरह बजी स्कूल की घंटी ने ही तो जीवन बदला था उसका…! वरना आज भी वो इस स्कूल मे चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी का जीवन व्यतीत करती हुई, उस घर मे नर्क सी यातना भोगते हुए ही जी रही होती। कौन है वीणा क्या है उसका अतीत कैसे बदली राजश्री ने अनपढ़ वीणा की ज़िंदगी क्या है अन्य पात्रों की कहानी जानने के लिए पढ़ें जीवन सारथि।
1

जीवन सारथि भाग 1

2 अगस्त 2022
1
0
0

समाज में गुम हो चुकी संवेदनशीलता को जगाने का प्रयास करती एक कहानी है, जीवन सारथि! एकसाथ कईं सामाजिक मुद्दों पर ध्यान आकर्षित करती,स्त्री सशक्तिकरण का उदाहरण प्रस्तुत करती, 'भिखारी' कह कर समाज से अलग क

2

जीवन सारथि भाग 2

2 अगस्त 2022
0
0
0

पिछले भाग में आपने पढ़ा वीणा अपनी बेटी को स्कूल लेने के लिए आई है और वहाँ वह अपने अतीत में खो जाती है इस स्कूल से उसकी बहुत सी यादें जुड़ी हुई थीं। बेटी को लेकर वह मार्केट जाती है। वे दोनों खाना

3

जीवन सारथि भाग 3

2 अगस्त 2022
0
0
0

अब तक अपने पढ़ा वीणा अपनी छह वर्षीय बेटी के साथ रहती है। दोनों माँ बेटी बहुत संवेदनशील हैं। वीणा ने बेटी की परवरिश बहुत सुंदर तरीके से की है जिससे उसके व्यक्तित्व मे इतनी कम उम्र में दया, विनम्रता जैस

4

जीवन सारथि भाग 3

2 अगस्त 2022
0
0
0

अब तक अपने सुना वीणा अपनी छह वर्षीय बेटी के साथ रहती है। दोनों माँ बेटी बहुत संवेदनशील हैं। वीणा ने बेटी की परवरिश बहुत सुंदर तरीके से की है जिससे उसके व्यक्तित्व मे इतनी कम उम्र में दया, विनम्रता जै

5

जीवन सारथि भाग 5

2 अगस्त 2022
0
0
0

अब तक आपने पढ़ा गरीब परिवार में पली बढ़ी वीणा अपने अतीत को याद कर रही है जिंदगी से जद्दोजहद करते हुए वह इस स्कूल में काम ढूंढ लेती है। स्कूल में उसकी मुलाकात राजश्री से होती है और उसके द्वारा बा

6

जीवन सारथि भाग 6

2 अगस्त 2022
0
0
0

पिछले एपिसोड में अपने पढ़ा, राजश्री के साथ वीणा अपने जीवन की उधेड़बुन और अपनी आप बीती साझा करती है, जहाँ अनुभवी राजश्री उसकी समस्याओं को जानते हुए भी हर एक बात की पुष्टि खुद वीणा मुंह से करवाने की कोश

7

जवेवन सारथि भाग 7

2 अगस्त 2022
0
0
0

अब तक आपने पढ़ा वीणा अपने अतीत में राजश्री से हुई उसकी पहली मुलाकात की बातचीत याद कर रही होती है और और वर्तमान में अचानक भूख से व्याकुल हो राजन्शी थाली चम्मच बजाने लगती है अब आगे-राजन्शी की

8

जीवन सारथी भाग 8

2 अगस्त 2022
0
0
0

पिछले एपिसोड में आपने पढ़ा किसी लड़की को घेरे हुए भीड़ खड़ी है जिसकी मदद के लिए राजश्री आगे आती है। लोग उस लड़की पर चोरी का इल्जाम लगा रहे हैं और वह लड़की जब अपनी सफाई में कुछ कहना चाहती है उससे पहले

9

जीवन सारथी भाग 9

2 अगस्त 2022
0
0
0

पिछले एपिसोड में आपने पढ़ा किसी लड़की को घेरे हुए भीड़ खड़ी है जिसकी मदद के लिए राजश्री आगे आती है। लोग उस लड़की पर चोरी का इल्जाम लगा रहे हैं और वह लड़की जब अपनी सफाई में कुछ कहना चाहती है उससे पहले

10

जीवन सारथि भाग 10

2 अगस्त 2022
1
0
0

पिछले एपिसोड में आपने पढ़ा वीणा के घर के आसपास किसी व्यक्ति की परछाई उसे दिखाई देती है वीणा और राजन्शी डर जाते हैं राज श्री चोरी का इल्जाम लगाने वाले इस युवक को सुधरने का एक मौका देने के लिए अपना कार्ड

11

जीवन सारथि भाग 11

4 अगस्त 2022
0
0
0

पिछले एपिसोड में राजश्री सड़क पर मिली लड़की को अपने घर ले आती है घर आकर उसे सेटल होने का कुछ वक्त दे वह फोन चेक करती है वीना के 3 मिस्ड कॉल देख वह थोड़ा परेशान हो जाती है और तुरंत उसे फ़ोन लगती है अब आगे

12

जीवन सारथि भाग 12

4 अगस्त 2022
0
0
0

पिछले भाग में आपने पढ़ा वीना और राजश्री फ़ोन पर बात करती हैं। उधर राजश्री अपने साथ लेकर आई लड़की से बात करती है, जिसका नाम उसे रानी पता चलता है। अचानक बातचीत में वह पूछ बैठती है "आपने कैसे मुझ पर भरोसा क

13

जीवन सारथि भाग 13

21 अगस्त 2022
0
0
0

पिछले एपिसोड में अपने सुना राजश्री घर लाई लड़की रानी को 2 दिन आराम करने और सोचने की सलाह देती है कि वह क्या काम कर सकती है उसका सादापन संकोच विनम्रता सहनशीलता देख उसे वीना के साथ के दिन याद आ जाते हैं

14

जीवन सारथि भाग 14

21 अगस्त 2022
0
0
0

पिछले एपिसोड में अपने सुना वीणा के बारे में राजश्री का सिक्स्थ सेंस उसे विचलित कर देता है। और वीणा का घर न जानते हुए भी वह वहाँ पहुँच जाती है। उसकी स्थिति देख तुरन्त उसे अस्पताल ले जाती है जहां इलाज

15

जीवन सारथि 15

21 अगस्त 2022
0
0
0

पिछले भाग में आपने पढ़ा, रानी राजश्री और शालिनी का साथ पाकर खुश है। राजश्री घर मे बने अपने आफिस में रोज कुछ लोगों से मिलती है। वकील होने के नाते केस से जुड़ी औपचारिकताएँ और सामाजिक कार्यों से जुड़ी होन

16

जीवन सारथि भाग 16

21 अगस्त 2022
0
0
0

पिछले भाग में आने सुना राजश्री रितेश से मिलकर उसे ड्राइवर की जॉब दिलवाती है साथ ही उसके आफिस में बैठे बुजुर्ग दंपत्ति से बातचीत कर उन्हें घर के अंदर लाकर नाश्ते के लिए बिठा किसी को फ

17

जीवन सारथि भाग 17

21 अगस्त 2022
0
0
0

पिछले एपिसोड में अपने पढ़ा, राजश्री बुजुर्ग दंपत्ति को उनका घर दिलवाकर उनसे ढेर सारी दुआएँ और आशीष पाकर निकलती है और एक कैफ़े में जाकर बैठती है। जहाँ कोई व्यक्ति उसकी टेबल के पास आकर खड़ा होता है। मगर रा

18

जीवन सारथि भाग 18

21 अगस्त 2022
0
0
0

पिछले एपिसोड में आपने पढ़ा, राजश्री टी ट्रीट कैफ़े में बैठी है, जहाँ एक व्यक्ति आकर खड़ा होता है और उससे बैठने की इजाज़त मांगता है, उस व्यक्ति से बात करने में उसे कोई दिलचस्पी नहीं है पर फिर भ

19

जीवन सारथि भाग 19

21 अगस्त 2022
0
0
0

पिछले एपिसोड में अपने पढ़ा विनोद और राजश्री पति पत्नी हैं विनोद सुलह करने आया है मगर राजश्री इसके खिलाफ है दोनों के बीच तीखी बहस होती है। राजश्री उठकर कैफ़े से बाहर चली आती है। अब आगेराजश्री बेहद मज़बूत

20

जीवन सारथि भाग 20

21 अगस्त 2022
0
0
0

पिछले एपिसोड में आपने पढ़ा विनोद से मुलाकात के बाद हर तरह से मज़बूत राजश्री भी कुछ पल के लिए अपने अतीत में पहुंच जाती है। सालों से दबा दर्द फिर बाहर आ उसे कचोटने लगता है। घर आकर चाय के साथ वह अपनी डायरी

---

किताब पढ़िए

लेख पढ़िए