shabd-logo

जो तुम ना हो...भाग 3

17 नवम्बर 2021

23 बार देखा गया 23
empty-viewयह लेख अभी आपके लिए उपलब्ध नहीं है कृपया इस पुस्तक को खरीदिये ताकि आप यह लेख को पढ़ सकें
Anita Singh

Anita Singh

बढ़िया

27 दिसम्बर 2021

Astha Singhal

Astha Singhal

28 दिसम्बर 2021

धन्यवाद 🙏

24 दिसम्बर 2021

Astha Singhal

Astha Singhal

28 दिसम्बर 2021

धन्यवाद 🙏

Jyoti

Jyoti

👍👌

11 दिसम्बर 2021

Astha Singhal

Astha Singhal

17 दिसम्बर 2021

धन्यवाद 🙏

8
रचनाएँ
जो तुम ना हो...
5.0
ये कहानी है अंजली और अभिनव की जो समाज के रूढ़िवादी विचारों के चलते एक दूसरे से अलग हो गए। दोनों ने अपने परिवार को सम्मान देने के खातिर अपने प्यार की कुर्बानी दे दी। और एक दूसरे की ज़िंदगी से अलग हो गए। पर नियती को कुछ और ही मंजूर था। दोनों एक बार फिर मिले। पर जब मिले तो उनके सामने बहुत सी कड़वी सच्चाइयां सामने आईं। देखना यह है कि क्या वो दोनों इन सच्चाइयों को जानने के बाद एक हो पाएंगे? या समाज उनके प्यार का गला फिर घोंट देगा।
1

जो तुम ना हो...भाग 1

17 नवम्बर 2021
9
4
10

<p>अंजली भले ही एक छोटे से शहर से थी पर उसके ख्वाब बहुत बड़े थे। वह इंजीनियरिंग करना चाहती थी। किसी

2

जो तुम ना हो...भाग 2

17 नवम्बर 2021
6
4
6

<p><br></p> <p>अभिनव ठीक 8 बजे मिनाक्षी को अंजली के घर ले आया। अंजली ने दोनों को अपने माता-पिता से म

3

जो तुम ना हो...भाग 3

17 नवम्बर 2021
4
2
6

<p>सब लोगों ने पर्ची उठानी शुरू कर दी।</p> <p>सबसे पहले अंजली की सहेली माधवी और अभिनव की सहेली सोनम

4

जो तुम ना हो....भाग 4

17 नवम्बर 2021
6
2
4

<p>अगले दिन दोनों फिर से रेड लाइट पर मिले। पर आज एक अलग एहसास था। अभिनव को देखते ही अंजली के दिल की

5

जो तुम ना हो...भाग 5

17 नवम्बर 2021
4
3
6

<p>रविवार का दिन था। अस्पताल का ओ. पी. डी. भरा हुआ था। स्पेशल वार्ड के बाहर बैठी पांच साल की पीहू सभ

6

जो तुम ना हो...भाग 6

17 नवम्बर 2021
4
2
7

<p>अभिनव उठ कर अपनी स्टडी में चला गया। हैरान था ये सोच कर कि उसके माता-पिता आज जिस औरत को सुलझी और स

7

जो तुम ना हो....भाग 7

17 नवम्बर 2021
4
3
6

<p>अभिनव के जाने के बाद उसके माता-पिता ने अंजली को अपने पास बुलाया और कहा, " बेटा, हम जानते हैं कि ह

8

जो तुम ना हो.... आखिरी भाग

17 नवम्बर 2021
6
4
4

<p>अभिनव और अंजली एक-दूसरे को बहुत देर तक बांहों में भर रोते रहे। जात - बिरादरी की रुढ़िवादी जंजीरों

---

किताब पढ़िए

लेख पढ़िए