नई दिल्ली : दीपावली का पर्व गुजरते ही उत्तराखंड के कई बड़े नेताओं पर सीबीआई शिकंजा कसेगी. दरअसल कांग्रेस के कई बड़े सफेदपोश नेताओं ने मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा के कार्यकाल में अकूत दौलत कमाकर इधर-उधर छिपा रखी है. यहां तक की केदारनाथ आपदा के दौरान केंद्र और राज्यों से पीड़ित परिवारों की राहत के लिए भेजी गयी रकम तक पूर्व सीएम के खास चहेते डकार गए हैं.
सूची में पूर्व CM के कई चहेते मंत्री शामिल
जिसके चलते पीड़ित परिवारों को राहत के नाम पर एक ढेला तक बहुगुणा सर्कार के मंत्रियों ने पहुंचाना उचित नहीं समझा है. यही नहीं कई और मद की भी रकम विजय बहुगुणा के कार्यकाल में उनके खास सिपाहसालार रहे मंत्री डकार गए हैं. जिसका भी कोई लेख ा जोखा नहीं है. और यही नहीं आपदा के बाद सड़कों और टूटे पुलों के निर्माण के लिए जो धनराशि केंद्र सरकार ने दी थी. उसकी भी बन्दरबांट कई मंत्रियों में की गयी है.
CBI और ईडी के निशाने पर देहरादून के कई बड़े नेता
सूत्रों के मुताबिक अब इन्हीं मंत्रियों की सूची केंद्रीय प्रवर्तन निदेशालय ने बनानी शुरू कर दी है. बताया जाता है कि दीपावली के त्योहार के बाद सीबीआई उत्तराखंड के कई सफेदपोश चेहरों पर अपना शिकंजा कसने की तैयारी कर चुकी है. सूत्रों के मुताबिक उत्तराखंड में नमत्र 400 लोगों ने अपनी आमदनी घोषित की है. जिसके चलते महज 250 करोड़ के काले धन का खुलासा ही हो सका है. जबकि सर्वे रिपोर्ट में यह धन दोगुना बताया गया है.
अप्रवासियों ने फंसाया दून में रकम
सूत्रों के मुताबिक देहरादून में बाहर के बहुत सरे बड़े अफसरों और नेताओं ने अपनी काली कमाई का पैसा यहां दूसरे लोगों के नाम से फंस रखा है. यही नहीं कई संपत्तियां भी स्थानीय लोगों के नाम पर खरीद रखी हैं. केंद्रीय प्रवर्तन 'ईडी' ने ऐसे ही लोगों की सूची तैयार की है. ईडी के सूत्रों के मुताबिक कई अप्रवासियों की मोटी रकम देहरादून में नेताओं के जरिये लगायी गयी है.
वित्तमंत्री अरुण जेटली ने तलब की सूची
बहरहाल इन सबको लेकर अब वित्तमंत्रालय सख्त दिख रहा है. केंद्रीय वित्तमंत्री अरुण जेटली ने अपने मातहत काम करने वाले अफसरों को निर्देश दिए हैं की वह ऐसे लोगों की सूची शीघ्र बनाकर उन्हें भेजे. समझा जाता है कि दीपावली गुजरते ही उत्तराखंड के कई बड़े सफ़ेदपोश चेहरे इस गिरफ्त में फंसते ही बेनकाब हो जायेंगे.