नई दिल्ली : डूबते कर्ज की मार झेल रहे दो सरकारी बैंकों को जल्द राहत मिलने की उम्मीद है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक सरकार ने पीएनबी और इलाहाबाद बैंक के विलय की तैयारी लगभग पूरी कर ली है।
दोनों बैंकों का विलय 1 अप्रैल 2018 तक लागू हो सकता है और दिसंबर 2017 तक विलय की प्रक्रिया पूरी होगी। इस मर्जर से इलाहाबाद बैंक के निवेशकों ज्यादा फायदा होगा। मर्जर के तहत इलाहाबाद बैंक के 3 शेयर के बदले पीएनबी के 2 शेयर मिलेंगे।
विलय की तैयारी के तहत इलाहाबाद बैंक अपने एनपीए 7000 करोड़ रुपये से घटाकर 5000 करोड़ रुपये तक लेकर आएगा। इलाहाबाद बैंक 1641 करोड़ रुपये के एनपीए बेचने के लिए बोलियां मंगा चुका है। वहीं, पीएनबी भी एआरसी को 11000-13000 करोड़ रुपये का एनपीए बेच सकता है। साथ ही पीएनबी की नॉन-कोर एसेट्स भी बेचने की योजना है।
दोनों बैंकों के विलय के बाद नए बैंक की शाखाएं 25 फीसदी घटाई जाएंगी। ग्रॉस एनपीए 12.8 फीसदी से घटाकर 8.5 फीसदी किया जाएगा। सरकार की ओर से 3 चरणों में 7000-8000 करोड़ रुपये की पूंजी डालेगी। हालांकि विलय की खबर पर दोनों बैंकों ने कोई जवाब नहीं दिया।