इस दुनिया में हर इंसान किसी ना किसी वजह से परेशान रहता है लेकिन बहुत से लोग अपनी परेशानी किसी से शेयर नहीं कर सकते हैं। उन्हें अच्छा नहीं लगता तो कोई अपनी हर बात किसी एक खास को बताते हैं जिसपर उन्हें विश्वास होता है। लाइफ में हम जिसे सबसे ज्यादा प्यार करते हैं वो हमसे दूर रहता है और उसे हम पा नहीं सकते ये भी बहुत बड़ा दुख इंसान को अंदर ही अंदर खाता है। कुछ ऐसी ही बात इस कविता मैं लिख रही हूं..
दिल के जज्बात होते हैं बयां
जो दिल में है वो मेरी जिंदगी नहीं ,जो जिंदगी हैवो मेरे दिल में नहीं ,
हाथ पकड़ चल रहा है कोई ,डोर मन का खींचता है कोई,
आज और कल में उलझकर , खुद से ही बगाबत कर रही हूँ मैं ,
आगोश में पल रही हूँ किसी के ,आँखों में है छवि किसी और की ा
जो दर्द मेरे दिल में ऊपजा है ,न इसकी कोई कीमत है ,न ही कोई खरीदार ,
मैं स्वयं कहाँ बोई थी इस बीज को , जाने अनजाने में एक प्रवासी पंछी बो गया है ये एहसास ,
होठों की मुस्कुराहट पर मत जाना वो साहेब ,
अगर आँखों से दर्द छलक गया तो , दुनिया पूछेगी इस आँसू का राज़ा
आएगा एक वक्त ऐसा , चाहते -चाहते मैं आपको टूट जाऊँगी ,
बंद हो जाएगी आँखें मेरी , धड़कन भी थम जाएगी ,
एक अधूरी कहानी लिखकर , एक शायरा गुमनाम हो जाएगी ,
गर चाहो कि फिर से ये दिवानी लिखे आपको , आ जाना मेरे कब्र पर ,
सुनके आपके धड़कन की आहट , मेरी धड़कन फिर से जाग जाएगी ा