11/6/22
प्रिय डायरी,
आज मैंने शब्द.इन पर कविता शीर्षक पर कविता लिखी। यूं तो कविता लिखना पहले कठिन लगता था किन्तु अब धीरे- धीरे लिखने लगी हूं। आप सभी लेखकगण की रचनाओं को भी पड़ती हूं।
कविता शीर्षक पर कविता लिखने का प्रयास किया है। अपने विचारों को व्यक्त किया है। शब्दों को एक मंच देने की कोशिश की है।
मन में उठते भावों को अभिव्यक्त करने की कोशिश की है। शब्दों का मंथन कर उनका सार ढूंढ़ने की कोशिश की है। एक लेखिका के नाते मुझे एक मंच का मानक तय करना नहीं आता है किन्तु कुछ चर्चा हम अवश्य करते हैं इस डायरी के जरिए।
शब्दों को खोजने की प्रक्रिया और उसे अपनी कलम से पन्नों पर सजाना एक बड़े ही धैर्य का कार्य है। वह भी आप सभी से मिलता है।
शब्दों का संग्रह करना और अपने विचारों को व्यक्त करना भी एक प्रयास है। ये जीवन सदा ही प्रयासरत रहता है।
धन्यवाद
अनुपमा वर्मा ✍️✍️