25/6/22
प्रिय डायरी,
आज मैंने शब्द.इन में अज्ञानी व्यक्ति शीर्षक पर कविता लिखी।
अज्ञानी व्यक्ति अज्ञानता के अन्धकार में तब तक रहता है जब तक उसे ज्ञान का प्रकाश नहीं दिखता है।
पहले बच्चा पढ़ना लिखना नहीं जानता है जब तक मां उसे उंगली पकड़ कर स्लेट पर लिखना नहीं सिखाती और किताबों से अक्षर ज्ञान नहीं कराती है।
स्कूल कॉलेज से पढ़ लिख कर नौकरी या व्यवसाय के लिए पहला प्रयास या कदम रखता है तो पिता उसे सही गलत की पहचान कराता है क्योंंकि बाहर की दुनिया से पिता अच्छी तरह वाकिफ होता है।
अज्ञानता में कोई भी कार्य हम करते हैं तो हमें नुकसान उठाना पड़ सकता है। बिना ज्ञान कोई भी कार्य करो वह व्यर्थ ही जाता है।
हमें माता पिता के अनुभव का लाभ उठाकर कार्य करना चाहिए क्योंकि उन्हें ज्ञान होता है क्या हमारे बच्चे के लिए सही है क्या गलत है।
धन्यवाद
अनुपमा वर्मा ✍️✍️