shabd-logo

रेलयात्रा

16 जून 2022

20 बार देखा गया 20
16/6/22

प्रिय डायरी,
                 आज मैंने शब्द.इन पर रेलयात्रा पर कविता लिखी है।

रेलयात्रा अर्थात रेल के द्वारा यात्रा करना। रेल मार्ग जिसमें दोनों ओर पटरियां होती हैं। रेल के डिब्बे पटरी पर अपना संतुलन बना कर निरंतर आगे बढ़ते रहते हैं और यात्रियों को उनके गंतव्य स्थान पर पहुंचाते हैं।

रेलवे स्टेशन पर खड़ी यात्री गण अपने गंतव्य स्थान जाने के लिए बैठते और सफर का आनंद लेते हैं। कोई सीट रिजर्व करा बैठता तो कोई सीट रिजर्व कराए। टिकट मिलने पर सीट कोई जरूरी नहीं मिल जाए अगर दूर सफर का यात्री बर्थ पर सोया हो। नहीं बैठने की जगह मिली तो खड़े होकर सफर करते हैं आखिर अपने गंतव्य स्थान पर पहुंचना है।

जो दूर सफर करने वाले सीट पर बैठे हैं तो थोड़ी दूर सफर तय करने वालों को बैठा भी लेते हैं। एक स्टेशन से दूसरे स्टेशन पर रेलगाड़ी आगे बढ़ती रहती है और यात्री गण सफर का आनंद लेते हैं। कुछ खाने का मन हुआ तो रेल की रसोई में खाना खाते हैं या कुछ न कुछ अपने पास रख कर चलते हैं या किसी स्टेशन पर रेलगाड़ी रुकी तो चाय पकौड़ी आदि खरीद कर खाते हैं।

धन्यवाद
अनुपमा वर्मा ✍️✍️


कविता रावत

कविता रावत

रेल इधर-उधर ढोते हुए जाने कितनों का मेल कराती रहती है

16 जून 2022

anupama verma

anupama verma

16 जून 2022

सही कहा आपने 💐

15
रचनाएँ
मन मंथन ( दैनंदिनी ) जून
0.0
ये डायरी मेरे मन के भावों का मंथन है जिसे एक प्रारूप देने का प्रयास किया है।
1

मन के भाव

8 जून 2022
2
0
0

8/6/22प्रिय डायरी, यह शब्द.इन पर डायरी का पहला प्रयास है। मैंने कविताओं के माध्यम से दैनिक प्रयास किया है। मैं पहले अपनी कलम से डायरी में लिखती ह

2

दंगा फसाद

9 जून 2022
2
0
0

9/6/22प्रिय डायरी, आज शब्द.इन पर दूसरा दिन है। आज चर्चा कुछ दंगा फसाद लेकर आए हैं। आये दिन कुछ न कुछ किसी भी बात

3

कविता

11 जून 2022
1
0
0

11/6/22प्रिय डायरी, आज मैंने शब्द.इन पर कविता शीर्षक पर कविता लिखी। यूं तो कविता लिखना पहले कठिन लगता था किन्तु अब धीरे- धीरे लिखने लगी हूं

4

सुनहरी सुबह

12 जून 2022
3
0
2

12/6/22प्रिय डायरी, आज सुबह ही मैंने शब्द.इन पर सुनहरी सुबह पर कविता लिखी। कविताओं के माध्यम से दैनिक जीवन में भी

5

समय और शब्द

13 जून 2022
2
0
0

13/6/22प्रिय डायरी, आज शब्द.इन पर समय और शब्द पर कविता लिखी।कहते समय सही चल रहा हो तो सब ठीक रहता और समय ठीक न हो तो कुछ भी ठीक नहीं रहता

6

मिट्टी के खिलौने

15 जून 2022
1
1
0

15/6/22प्रिय डायरी, आज मैंने शब्द.इन पर मिट्टी के खिलौने शीर्षक पर कविता लिखी। मिट्टी के खिलौने बनाने का कार्य कु

7

रेलयात्रा

16 जून 2022
2
0
2

16/6/22प्रिय डायरी, आज मैंने शब्द.इन पर रेलयात्रा पर कविता लिखी है।रेलयात्रा अर्थात रेल के द्वारा यात्रा करना। रेल मार्ग जिसमें दोनों ओर पट

8

कागज़ का टुकड़ा

17 जून 2022
2
1
4

17/6/22प्रिय डायरी, आज शब्द.इन पर मैंने कागज़ का टुकड़ा शीर्षक पर कविता लिखी। कागज़ का टुकड़ा

9

जगमगाते सितारे

18 जून 2022
1
0
2

18/6/22प्रिय डायरी, आज मैंने शब्द.इन पर जगमगाते सितारे पर कविता लिखी।जगमगाते सितारे आसमान में टिमटिमाते रहते हैं और चांद की रोशनी पूरी धरती

10

खट्टी मीठी यादें

19 जून 2022
0
0
0

19/6/22प्रिय डायरी, आज मैंने शब्द.इन पर खट्टी मीठी यादें शीर्षक पर कविता लिखी।हमारा जीवन हर पल खट्टी मीठी यादें से जुड़ा रहता है। रिश्ते म

11

दुनिया एक है

20 जून 2022
1
0
2

20/6/22प्रिय डायरी, आज मैंने शब्द.इन पर दुनिया एक है पर कविता लिखी है।दुनिया एक ही होती है किन्तु इसके बाशिंदे अलग अलग प्रकृति के होते हैं।

12

मानवता के लिए योग

21 जून 2022
1
0
0

21/6/22प्रिय डायरी, आज मैंने शब्द.इन पर मानवता के लिए योग शीर्षक पर कविता लिखी।आज योग दिवस पर आपको हार्दिक शुभकामनाएं21 जून 2015 को पूरे वि

13

अनुभव

23 जून 2022
0
0
0

23/6/22प्रिय डायरी, आज मैंने शब्द.इन में अनुभव शीर्षक पर कविता लिखी।अनुभव हमारे जीवन में आशा और निराशा से भरा होता है। इसके बावजूद हम

14

नारी

24 जून 2022
1
0
0

24/6/22प्रिय डायरी, आज मैंने शब्द.इन में नारी शीर्षक पर कविता लिखी है।नारी शक्ति, दुर्गा है, नारी ही जननी मां, बहन, और बेटी है। नारी एक स्त्री कि

15

अज्ञानी व्यक्ति

25 जून 2022
2
0
1

25/6/22प्रिय डायरी, आज मैंने शब्द.इन में अज्ञानी व्यक्ति शीर्षक पर कविता लिखी।अज्ञानी व्यक्ति अज्ञानता के अन्धकार में तब तक रहता है जब तक

---

किताब पढ़िए

लेख पढ़िए