8/6/22
प्रिय डायरी,
यह शब्द.इन पर डायरी का पहला प्रयास है। मैंने कविताओं के माध्यम से दैनिक प्रयास किया है। मैं पहले अपनी कलम से डायरी में लिखती हूं बाद में शब्द.इन पर लिखती हूं।
मेरी रचनाओं को पड़कर भारती जी, मोनिका जी और कविता रावत जी ने पड़कर पसंद भी किया और टिप्पणी भी लिखी जिसका मैं आभार व्यक्त करती हूं।
लेखक को जब उसकी रचनाओं की प्रशंसा मिलती है तो उसे लिखने का हौसला बढ़ता है और अच्छा लिखने का प्रयास करता है।
हमने निशुल्क रचनाओं (कहानी) को पड़कर पसंद भी किया और टिप्पणी भी लिखी। पड़ने से खुद भी लिखने का सोचती हूं।
सशुल्क रचनाओं को अभी हमने नहीं पड़ा उसे खरीद कर शायद पड़ते हैं। धीरे धीरे सब समझ आने लगेगा।
मैंने कविताओं के माध्यम से दैनिक प्रतियोगिता में भाग लिया है।
कृपया पड़े और टिप्पणी देकर मुझे कृतार्थ करें।
धन्यवाद
अनुपमा वर्मा ✍️✍️