नई दिल्ली- दिल्ली के उप-राज्यपाल अनिल बैजल ने मुख्यमंत्री केजरवाल को एक पत्र लिखा। पत्र में उन्होंने नाराजगी जाहिर करते हुए लिखा कि मैं सीएम के नजरिये से आश्चर्यचकित हूं कि निर्वाचित सरकार को इस बात का ही ध्यान ही नही कि ट्रैफिक समस्या को दूर करने के काम पर ध्यान नहीं दिया गया।
इतना ही नहीं बैजल ने केजरीवाल को "परिवहन मंत्री के सचिव का समर्थन नहीं" पर हुई बैठक की भी मिनट टू मिनट समीक्षा भी बताई। पीडब्ल्यूडी मंत्री सत्येंद्र जैन ने भी इस मुद्दे पर दो संबंधित बैठकों में भाग लिया है। बैजल ने कहा कि ये सभी तथ्यों का भी उनके पिछले पत्र में उल् लेख किया गया है।
केजरीवाल ने कहा- मुझे नही कोई जानकारी
जवाब में केजरीवाल ने दूसरे दिन बैजल को पत्र लिखकर इस मुद्दे के समाधान के लिए उनका पूरा सहयोग देने के लिए आश्वस्त किया। उन्होंने बताया कि वह और उनके मंत्रियों इस पूरे मामले की जानकारी नहीं थी। उपराज्यपाल ने इस संदर्भ में केजरीवाल द्वारा 6 जुलाई को भेजे पत्र में सड़क सुधार योजना को लेकर मुख्यमंत्री और किसी मंत्री को कोई जानकारी नहीं होने की बात पर आश्चर्य व्यक्त किया है।
अंधेरे में रखने की बात समझ से परे
बैजल ने केजरीवाल को भेजे जवाबी पत्र में कहा कि निर्वाचित सरकार का यह बयान कि उनको अंधेरे में रखा गया, समझ से परे है। उन्होंने कहा कि इस साल 28 मार्च को टास्क फोर्स की पहली बैठक की कार्यवाही का ब्योरा परिवहन सचिव को भी भेजा गया था।
उस बैठक में चार और पांच कॉरिडोर पर पायलट प्रोजेक्ट के रूप में तत्काल काम शुरू करने का निर्णय किया गया था, जबकि 3 मई को मुख्य सचिव की अध्यक्षता में हुई बैठक में पांच मुख्य कॉरिडोर चिन्हित कर प्रत्येक के लिए कार्ययोजना बना कर इसका ब्योरा परिवहन सचिव को भी भेजा गया। बैजल ने केजरीवाल को दिल्ली की टूटी सड़कों की मरम्मत के काम की समीक्षा को लेकर हुई बैठकों का ब्योरा देते हुए सरकार के सहयोग की सराहना की थी।