लखनऊ : मोदी सरकार की तर्ज पर यूपी में सीएम योगी आदित्यनाथ भी अपनी सरकार चलाएंगे. दरअसल योगी ने रविवार को शपथ ग्रहण करने के बाद जिस तरीके से अपने मंत्रियों से उनकी संपत्ति का ब्योरा मांगा है. उससे ये बात साफ हो गयी हैं कि योगी पीएम मोदी की तरह इस राज्य की सरकार को चलाएंगे. यही नहीं योगी ने कल आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में भी सरकार के एजेंडे को सबके सामने जिस अंदाज में रखा, उससे भी इस बात के संकेत मिल रहे हैं.
बिना भेदभाव के काम करेगी योगी सरकार
तेज तर्रार युवा महंत यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस बात के संकेत साफ दे दिए हैं कि मोदी की तरह योगी भी अपनी सरकार की साफ सुथरी छवि से कोई समझौता नहीं करना चाहते हैं. सीएम बनने के बाद पहली बार जब मीडिया के सामने आए तो भ्रष्टाचार पर वार के साफ संकेत दे दिए. योगी ने भी वही मंत्र दोहराया जो पीएम मोदी बार बार कहते हैं. सबका साथ सबका विकास. पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस में योगी ने कई बार ये बात जोर देकर कही की उनकी सरकार समाज के हर तबके के लिए बिना कोई भेदभाव के काम करेगी और विकास उनके एजेंडे में सबसे ऊपर होगा.
श्रीकांत शर्मा और सिद्धार्थनाथ सिंह बने सरकार के प्रवक्ता
किसी तरह का कोई विवाद न हो इसलिए योगी ने श्रीकांत शर्मा और सिद्धार्थनाथ सिंह को सरकार का प्रवक्ता बना दिया है और साफ कर दिया है कि कोई भी मंत्री अनाप शनाप बयानबाजी न करें. योगी आदित्यनाथ के काम करने के स्टाइल को लेकर तरह तरह के कयास लग रहे हैं, लेकिन अभी तक जो सामने आया है उसे देखकर ऐसा लग रहा है कि उनकी सरकार में भी मोदी नीति का छाप दिख सकती है.
योगी के एजेंडे में विकास को प्राथमिकता
मालूम हो कि योगी आदित्यनाथ ने रविवार को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली है. यूपी में मुख्यमंत्री के साथ दो उप मुख्यमंत्री भी बनाए गए हैं. केशव प्रसाद मौर्य और दिनेश शर्मा ने डिप्टी सीएम के रूप में शपथ ली है. वहीं, 44 मंत्री बनाए गए हैं. हालांकि अभी किसी के विभाग का बंटवारा नहीं हुआ है.योगी ने कहा है विकास उनके एजेंडे में सबसे ऊपर है. सरकार महिला सुरक्षा, किसान और रोजगार परध्यान देगी.