देहरादून: केन्द्रीय मंत्री मेनका गांधी ने पौड़ी एसपी मुख़तार मोहसिन की तारीफ़ में जमकर क़सीदे पढ़े डाले, दरअसल 31 दिसंबर की रात में पौड़ी गड़वाल के कोल्हूचौड़ विश्राम गृह परिसर में बिना अनुमति के हथियार और शराब के साथ मशहूर उद्योगपति समीर थापर और उनके 15 साथी ग़िरफ़्तार हुए थे। इसी पर ख़ुशी जतात हुये केन्द्रीय मंत्री मेनका गाँधी ने पौड़ी एसपी को ख़त भेजकर कहा कि देश को उन पर गर्व है।
SP मुख़्तार मोहसिन
मेनका बोलीं यह सबके लिए सबक है
मेनका गाँधी ने लिखा कि ऐसी कार्रवाई से दूसरे अफ़सरों को सबक मिला है और पूरे देश को मोहसिन पर नाज़ है। एस पी मोहसिन को हाल ही में उत्तराखंड सरकार ने पुलिस मुख्यालय से पौड़ी ट्रासंफर किया था। सूत्रों के अनुसार इन्हें किसी बड़े अधिकारी ने आमंत्रित किया था। इनके पास से भारी मात्रा में स्कॉच की बोतले पाई गईं थी। जिसपर कार्रवाई करते हुये जहां एक ओर दबंग एसपी मुख़्तार मोहसिन थे तो वहीं दूसरी ओर लेडी सिंघम एएसपी सरिता डोभाल जिन्होनें अपनी टीम के साथ कार्रवाई कर इन्हें गिरफ़्तार किया था।
ASP सरिता डोभाल
अय्याशी के चलते जेल में बेल का इंतज़ार कर रहे हैं थापर
विश्राम गृह मोहिंदर सिंह के नाम से बुक कराया गया था। कमरों की तलाशी में हथियार, जिंदा कारतूस और बड़ी मात्रा में शराब बरामद हुई थी। तब से सभी आरोपी पौड़ी ज़िला काराग़ार में बंद हैं। बवाल मचने के बाद इस मामले में उत्तराखंड शासन ने डीएफओ मयंक शेखर को भी निलंबित कर दिया गया था और एसपी मोहसिन को प्रशस्ति पत्र द्वारा नवाज़ा गया था।
देश के नामी उद्दयोगपति समीर थापर-जयंत नंदा और उनके साथियों को बुधवार को जिला एवं सत्र न्यायाधीश की अदालत से भी राहत नहीं मिली। ज़िला जज ने उनकी ज़मानत याचिका को एडीजे कोर्ट कोटद्वार के लिए स्थानांतरित कर दिया है। मामले में अब अगली सुनवाई की तिथि छह जनवरी नियत की गई है।
छह जनवरी का इंतज़ार
ज़िला जज ने ज़मानत अर्जी अपर ज़िला सत्र न्यायाधीश (एडीजे) कोटद्वार के लिए स्थानांतरित कर दी है। अब बचाव पक्ष छह जनवरी को जमानत याचिका दाखिल करेगा। बचाव पक्ष के अधिवक्ता राजेंद्र सिंह ने कहा कि उनके मुवक्किलों को ज़िला फॉरेस्ट ऑफिसर ने जंगल में जाने और रेस्ट हाउस में ठहरने का पास दिया था। अनुमति देते वक्त उन्हें गलत क्यों नहीं लगा। पुलिस की ओर से आठ वाहनों को ले जाने का परमिट दिया गया था, फिर भी अभी तक सब कुछ पुलिस कस्टडी में हैं।