नई दिल्ली : केंद्र सरकार के नोटबंदी के फैसले ने लोगों को बैंकों के बाहर लाइन पर लगने को मजबूर कर दिया था। देश का कोई राजनेता और मंत्री इन लाइनों में खड़ा नही दिखा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने मंत्रियों से कहा था कि वह इस फैसले के बाद अपने पास मौजूद कैश की जानकारी पीएमओ को दें। एक रिपोर्ट के अनुसार प्रधानमंत्री के पास जो सूची प्राप्त हुई है उसमे कई नेताओं के पास भारी कैश होल्ड मिला।
'कामनवेल्थ ह्यूमन राइट्स इनिशिएटिव' के अनुसार जिन 76 में से 44 मंत्रियों ने अपने कैश की जानकारी दी उनमे केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली सबसे ऊपर हैं। जेटली के पास 64 लाख थे जबकि दूसरे नंबर पर केंद्रीय मंत्री श्रीपद नायक जिनके पास 22 लाख, हंसराज अहीर के पास 10 लाख था। जबकि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के पास 89,700 कैश के रूप में जमा था।
23 मंत्रियों ने कहा कि उनके पास 2 लाख से नीचे कैश था जबकि 15 मंत्रियों के पास 2.5 लाख से ऊपर कैश था। कई ऐसे प्रोफाइल मंत्री भी थे जिन्होंने अपने कैश की जानकरी नही दी। इनमे परिवहन मंत्री नितिन गडकरी, रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर और जनसंसाधन मंत्री उमा भारती शामिल हैं।