
लखनऊ : जिस सुरक्षा व्यस्था पर पर सवाल खड़ा कर भाजपा सरकार उत्तर प्रदेश के सत्ता पर काबीज हुई . अब उसकी बागड़ोर एक बिहार के लाल रजनीकांत के हाथो सौंप दिया गया है. यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सरकार के पहले दिन बादड़ोर संभालने हुए बिहार के रोहतास जिले के बिक्रमगंज प्रखंड क्षेत्र के मोरौना गांव के मूल निवासी रहे रजनीकांत मिश्रा को नया डीजीपी नियुक्त किया है. अब बिहार के लाल के हाथो में यूपी के नागरिकों की सुरक्षा का पूरा दारोमदार होगा.
गांव से लगाव
नए डीजीपी आर के मिश्रा चार भाई और एक बहन है. अपने भाई बहनों में तीसरे स्थान पर हैय इनकी शिक्षा - दीक्षा पटना में हुई है. और उनके पिता पटना के सांस कालेज में प्रोफसर थे, इनके बड़े भाई कांग्रेस के टिकट पर 1984 के दशक में गोपलगंज से चुनाव लड़ चुके है. जबकि दूसरा भाई टाटा मेन हॅास्पिटल में डॅाक्टर है. और चौथा हाई कोर्ट में अदिवक्ता है. जबकि गांव पर इनका भरा पूरा परिवार है. 85 साल के इनके चाचा जीवित है. और इनके भी तीन पुत्र है. जो गांव मे खेती बारी संभालते है.
तास और क्रिकेट में माहिर खिलाड़ी है नए डीजीपी
नए डीजीपी का गांव से हमेशा लगाव रहा है. और साल में दो बार गांव घूमने के लिए आते रहते है. यह हर काम में बखूबी निपुण बताये जाते है. तथा बड़े ओहदे पर होने के उपरांत भी कभी अहंकार नहीं की आज भी गांव या परिजितों सें आम लोगो की तरह मिलते - जुलते रहे है. चाचा ने इंडिया संवाद को बताय ाकि आर के मिश्रा क्रिकेट खेल ने के अलावा तास के पत्तो में भी काफी माहिर खिलाड़ी माने जाते है.