नई दिल्ली : नए साल में आरबीआई ने लोगों को खुशखबरी दे दी है। आरबीआई से एटीएम से रोजाना पैसे निकलने की लिमिट को 2500 से बढाकर 4500 कर दिया है। हालाँकि एक हफ्ते में आप कुल राशि अभी भी 24000 ही निकाल पाएंगे जबकि छोटे व्यापार ियों के लिए यह राशि 50,000 रुपये है।
इससे पहले केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री संतोष गंगवार ने कहा था कि सरकार इस सीमा ख़त्म कर सकती है। उन्होंने कहा था कि क्योंकि रोजाना 25-30 करोड़ नोट छापे जा रहे हैं। उन्होंने कहा, "सीमित मात्रा में पैसे निकालने से आ रही परेशानी 30 दिसंबर से कम होगी। पिछले कुछ दिनों में लेनदेन में सुधार देखा जा सकता है।"
देश में नोटबंदी लागू होने के बाद मोबाइल वालेट, यूएसएसडी और रपे कार्ड जैसे डिजिटल भुगतान माध्यमों के उपयोग और इनसे लेनदेन में अभूतपूर्व वृद्धि देखने को मिली है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार आठ नवंबर को जहां यूएसएसडी के माध्यम से मात्र 97 लेनदेन होते थे वहीं 25 दिसंबर को यह 5135 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 5078 की संख्या पर पहुंच गए।
गौरतलब है कि यूएसएसडी मुख्य तौर पर फीचर फोन से बैंकिंग सेवाओं का उपयोग करने के काम आने वाली सुविधा है। आलोच्य अवधि में इससे होने वाले लेनदेन 4061 प्रतिशत बढ़कर एक करोड़ रपये से 46 करोड़ रपये प्रतिदिन तक पहुंच गए हैं। माईगवइंडिया की ओर से किए गए ट्वीटों में कहा गया है कि यूएसएसडी के माध्यम से लेनदेन में वृद्धि भारत के डिजिटल भुगतान के पक्ष में एकमत खड़े रहना दर्शाती है।
इसी प्रकार यूपीआई के माध्यम से भी लेनदेन में बढ़ोतरी हुई है। स्मार्टफोन से उपयोग की जाने वाली यूपीआई सुविधा से इस अवधि में लेनदेन में 1342 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। आठ नवंबर को जहां यह संख्या 3721 लेनदेन प्रतिदिन थी वहीं 25 दिसंबर को यह आंकड़ा 53648 हो गया। पहले जहां इस माध्यम से 1.93 करोड़ रपये प्रतिदिन लेनदेन होता था 25 दिसंबर को यह 647 प्रतिशत बढ़कर 14 करोड़ रपये हो गया।