लखनऊ : बाराबंकी निवासी पृथ्वीराज की आंत के ऑपरेशन जे समय किडनी चोरी के मामले में फॅसे KGMU के दो डॉक्टरों को बचाने की कवायद इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने भी शुरू कर दी है। डॉक्टरों को बचाने के लिए पहले KGMU प्रशासन ने अभि लेख ों की हेरा फेरी करना चाही और अब पीड़ित की ओर से नाममज़द FIR दर्ज होने पर बचाव में IMA के अध्यक्ष डॉ पी के गुप्ता ने दर्ज FIR का ही विरोध करना आरम्भ कर दिया है।उन्होंने जांच से पहले ही पृथ्वी राज के आरोपो को गलत बता दिया है और उच्चतम न्यायालय का हवाला देते हुये कहा है कि मेडिकल बोर्ड द्वारा ही लापरवाही पाये जाने पर डॉक्टरों के विरुद्ध FIR हो सकती है।
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने लगता है मामले को गंम्भीरता से नही देखा है,FIR में किडनी चोरी कर बेचने का आरोप है न कि इलाज में लापरवाही का। इस कांड में बाराबंकी के एक अज्ञात डॉक्टर भी संलिप्त है जो फरार बताये जा रहे है ,ऐसे में चिकित्सा प्रोफेशन को बचाने के लिए IMA का विरोध जनहित में उचित नही लगता है। यदि जांच में आरोपी डॉक्टर्स को निर्दोष पाया जाता है तो वे स्वतः दोष मुक्त हो जायेगे,अतः निष्पक्ष जांच में किसी भी व्यक्ति या संघ को बाधा पहुचाने की जरूरत नही होनी चाहिये। KGMU प्रशासन भी इस मामले में संदिग्ध प्रतीत हो रहा है,अतः उसकी छवि बचाने के लिए भी जांच होनी जरूरी है।
ज्ञात हो कि बाराबंकी निवासी पृथ्वीराज की 19 फरवरी 2015 को KGMU में ऑपरेशन के दौरान गायब हुई दाहिनी किडनी में लिप्त KGMU के दो डॉक्टरों एवम बाराबंकी के एक अज्ञात डॉक्टर के विरुद्ध बाराबंकी में मुकदमा दर्ज किया गया है।
KGMU के डॉक्टरों डॉ. आनंद मिश्रा और डॉ. संदीप तिवारी के खिलाफ बाराबंकी नगर कोतवाली में नामजद मुकदमा दर्ज किया गया है जिन पर 19 फरवरी 2015 को आंत के ऑपरेशन के दौरान रोगी की किडनी गायब कर बेचने का गंभीर आरोप है।पुलिस अधीक्षक वैभव कृष्ण के आदेश पर दर्ज किए गए मुकदमें में बाराबंकी जिला अस्पताल का भी एक अज्ञात डॉक्टर शामिल है।
इन डॉक्टरों के खिलाफ कोठी थाना क्षेत्र के ग्राम पूरे भवानी मजरे कोठी निवासी पृथ्वीराज ने तहरीर दी थी। आरोप है कि KGMU में ऑपरेशन के बाद पृथ्वीराज की दाहिनी किडनी का पता नहीं चल रहा है। मुकदमे में तीनों डॉक्टरों पर किडनी निकालकर बेच लेने का आरोप है।