नई दिल्लीः विश्व की सबसे भारी महिला के नाम से जाने वाली मिस्र के ऐलेग्जैंड्रा निवासी ईमान अहमद अब्दुलाती के लिए इन दिनों मुंबई में अस्पताल बनाने की तैयारी हो रही है। अब्दुलाती को एलीफैटिसिस है। इस बीमारी में व्यक्ति के हाथ-पैरों में अत्याधिक सूजन आ जाती है। एलीफैटिसिस के कारण 11 साल की उम्र में भी ईमान का इतना ज्यादा वजन था कि उन्हें घुटनों के बल चलना पड़ता था। अपने वजन से जूझती ईमान को इसी उम्र में सेरेब्रल अटैक आ गया, जिससे वो हमेशा के लिए बिस्तर से बंध गईं।
मां और बहन करती हैं देखभाल
ईमान अहमद अब्दुलाती की पूरी देखभाल उनकी पूरी देखभाल मां और बहन करती हैं, जो ईमान को साफ रखने के साथ ही उसे खाना भी खिलाती हैं। पिछले 25 सालों से वो घर से बाहर भी नहीं निकली हैं।
सोशल मीडिया से मांगी मदद
अपनी इस बीमारी को ठीक करने के लिए ईमान के परिवार ने ट्विटर के जरिए वेट लॉस सर्जन डॉक्टर मुफज्जल लकड़वाला से मदद मांगी। मुंबई के चरनी रोड स्थित सैफी अस्पताल में पदस्थ डॉ. लकड़वाला ईमान का ऑपरेशन करने को राजी हो गए। उन्होंने खुद विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से महिला को वीजा देने व भारत लाने के लिए मदद मांगी। सारी क्लियरेंस मिलने के बाद अब ईमान के ऑपरेशन की तैयारी की जा रही है, जिसमें एक नए हॉस्पिटल का निर्माण किया जा रहा है।
अस्पताल के दरवाजे पड़े छोटे
दरअसल, ईमान के वजन और मोटापे के कारण उसे अस्पताल में ले जाना और ऑपरेशन करना मुश्किल है। इसे देखते हुए हॉस्पिटल के कैंपस में ही एक और बिल्डिंग का निर्माण किया जा रहा है। दो करोड़ की इस बिल्डिंग को 3000 वर्ग फुट में बनाया जा रहा है। इसमें ऑपरेशन थिएटर, आईसीयू, डॉक्टर और अटेंडर्स के रूम, दो टॉयलेट व एक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग रूम भी होगा। ईमान को अस्पताल में आसानी से लाया जा सके, इसके लिए दरवाजों को सात फीट लंबा और चौड़ा रखा गया है। साथ ही डॉक्टर लकड़वाल अपने स्तर पर अहमद के इलाज के लिए फंड जुटा रहे हैं, ताकि उसे आर्थिक मदद मिल सके।