कफन खरीदने के लिए पैसे मांगे. फिर पति की लाश को श्मशान ले गई. खुद से अपना सिंदूर धोया और अपने पति को मुखाग्मी दी।
पटना: आम तौर पर जब किसी महिला के पति की मौत हो जाती है तो वो टूट जाती है. लेकिन आर्थिक तंगी और खुद की औलाद से मिले धोखे ने उसे एक मिनट के लिए भी पति के मरने पर टूटने नहीं दिया. उसने पहले लोगों से कफन खरीदने के लिए पैसे मांगे. फिर पति की लाश को श्मशान ले गई. खुद से अपना सिंदूर धोया और अपने पति को मुखाग्मी दी. अपने आप में ये पहला मामला था जब एक पत्नी अपने पति को मुखाग्नी दे रही थी. लेकिन कमली को ऐसा करना पड़ा क्योकि उसकी खुद की औलाद अपने बाप को मरा हुआ छोड़ अस्पताल से भाग खड़ा हुआ था.
आर्थिक तंगी की वजह से खाया था जहर
आर्थिक तंगी और बिमारी से लड़ते हुए कमली के पति ने जहर खाकर खुदकुशी कर ली. कमली ने अपने पति को भागलपुर के मायागंज अस्पताल में भर्ती कराया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. पिता की मौत के बाद बेटा वहां से भाग खड़ा हुआ. अब कमली अकेली थी. ना उसके पास पैसे थे और ना ही कोई साधन जिससे वो अपने पति का अंतिन संस्कार कर सके. ऐसे में कमली के पास कोई चारा नहीं था.
लोगों से मांगी मदद
कमली ने लोगों से पती के अंतिम संस्कार के लिए लोगों से मदद मांगी. लोगों ने भी कमली की मदद की. कुछ लोगों के सहयोग से वह शव का पोस्टमॉर्टम करवाई. उसके बाद लोगों के सहयोग से शव को श्मशान घाट ले गई. वहां, उसने खुद पति की लाश पर मांग का सिंदूर धोया फिर मुखाग्नि दी. श्मशान घाट की यह घटना पूरे इलाके में चर्चा का विषय बना हुआ है.