नई दिल्ली: आप में घमासान भले थमने का नाम नहीं ले रहा है लेकिन कुमार की ख़ामोशी के पीछे की वजह ज़रूर सामने आ गई है. क़रीबी सूत्रों के मुताबिक़ पूर्व मंत्री कपिल मिश्रा को बाहर करने के बाद दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने सबसे पहले सुबह सुबह कुमार विश्वास को अपने घर बुलाया! जहां पर आशुतोष और संजय सिंह पहले से ही मौजूद थे. वहाँ कुमार विश्वास के पहुँचने के बाद आशुतोष और संजय ने कुमार की नारज़गी को जायज़ बताते हुए आशुतोष ने केजरीवाल से कहा आपने कपिल को जल्दबाज़ी कर दी और उसे ग़लत तरीक़े से निकाला गया.
करीबी सूत्रों ने बताया की कपिल मिश्रा के केजरीवाल के ख़िलाफ़ रिश्वत वाले बयान के बाद कुमार विश्वास बेहद ग़ुस्से में थे. जिसके बाद केजरीवाल ने कुमार से कहा - जो हुआ उसे जाने दो, हम मिलकर सब ठीक कर देंगे. लेकिन अभी तुम्हारा मेरे साथ खड़े होने का समय है, तुम्हे मेरे पक्ष में बोलना ही पड़ेगा. कुमार विश्वास ने कहा मैं अभी तुम्हारे घर के बाहर मीडिया को बयान देता हूँ तुम्हारे पक्ष में... केजरीवाल ने कहा नहीं अपने घर जा कर दो, यहाँ ऐसा लगेगा कि तुम मेरे दबाव में ऐसा कह रहे हो.
दरअसल, आप पार्टी के शीर्ष में बैठे नेता की माने तो कुमार विश्वास इसके बाद अपने घर चले गए और उन्होंने वहाँ अपना बयान मीडिया के सामने दिया, जिसके बाद केजरीवाल कुमार के बयान से बहुत संतुष्ट हुए और मनीष सिसोदिया को कहा की ये देखो बयान ऐसा होता है. तुम्हारी चालीस सैकंड की बाईट जैसा नहीं. इसके बाद केजरीवाल और और PAC के बाकी सदस्यों ने कुमार विश्वास से कहा की अब तुम इस पूरे मामले में ना पक्ष में बोलो न विपक्ष में, जब तक सब ठीक ना हो जाए तुम्हें इस मामले में खामोशी बरतनी होगी.
करीबी सूत्रों की माने तो AAP के भीतर कुछ ऐसे जयचंद बैठे है जिन्होंने खुद ही पार्टी को चुनाव हरवाने में पूरी भूमिका निभाई. लेकिन कुमार विश्वास और केजरीवाल अब इस पूरे मामले को ठीक करने में लग गए है और जिन्होंने दोनों के बीच यह अविश्वास फैलाने का काम किया उन पर पैनी नज़र बनाये हुए हैं. बहरहाल इंतज़ार तो करना होगा की कुमार कब कहां कैसे किस रूप में क्या बोलेंगे.