गुजरात : एक दिन पहले गुजरात के सूरत मे हुई आम आदमी पार्टी की चुनावी रैली मे उमड़ी भीड़ को कई लोग ऐतिहासिक बता रहे है. कहा जा रहा है कि 1995 से गुजरात में बीजेपी की सरकार रही लेकिन इस दौरान कभी भी इतनी बड़ी संख्या मे किसी राजनैतिक रैली को जनसमर्थन नही मिला.
BJP के गढ़ गुजरात मे केजरीवाल की राजनीति क रैली मे जब हजारों लोगों की भीड़ उमड़ी तो आम आदमी पार्टी मुखिया केजरीवाल जोश से भर गये. केजरीवाल की जंग बे-शक मोदी से है लेकिन उनके गढ़ गुजरात मे निशाने पर मोदी नही उनके चाणक्य कहे जाने वाले अमित शाह रहे.
केजरीवाल ने गुजरात में अपनी रैली में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने शाह की तुलना 'जनरल डायर' से की और उन पर गुजरातियों को डराने का आरोप लगाया. इस मौके पर उन्होंने पाटीदार नेता हार्दिक पटेल को सबसे बड़ा 'देशभक्त' बताया.
अरविंद केजरीवाल ने सूरत रैली के दौरान पटेल परिवारों को न्याय दिलाने की बात कही. अरविंद केजरीवाल ने कहा, "गुजरात में माहौल वाकई दिल दहला देने वाला है. अगर कोई गुजरात के अंदर भाजपा के खिलाफ आवाज उठाएगा तो उसे कुचल दिया जाता है. केजरीवाल ने कहा कि गुजरात मे पाटीदार आंदोलन के दौरान 14 युवकों को गोली मार दी गई, ये आतंकवादी नहीं हमारे देश के नागरिक हैं."
वहीं सूरत में केजरीवाल की रैली से पहले एक नाटकीय घटनाक्रम मे दिल्ली पुलिस ने गुजरात पहुंचकर आम आदमी पार्टी के विधयाक गुलाब सिंह को गिरफ्तार किया. इस गिरफ्तारी को लेकर केजरीवाल ने अमित शाह पर रैली को विफल करने की साजिश करने का आरोप लगाया.
बीजेपी सिमट सकती है 70 सीटो तक
एक सर्वे की माने तो आगामी चुनाव में भाजपा को महज 70 सीटें मिलने का अनुमान है. तो वहीं राज्य में कांग्रेस पार्टी गुजरात के अंदर 22 वर्षों तक सत्ता से बाहर रहने से उसका संगठन टूट गया है बूथ मैनेज करने के लिया कांग्रेस के पास कार्यकर्ता नहीं है. यह देखते हुए कांग्रेस को ज़्यादा सीटें नहीं आ सकती.
हाल ही मे हुए पाटीदार आंदोलन और ऊना के छोटे कस्बे के एक गांव में दलितों पर अत्याचार हुए और उसके बाद आंदोलन चल पड़ा तब केजरीवाल गुजरात आए थे. तब उन्हें लोगों का काफ़ी समर्थन मिला था. इन्ही परिस्थितियों को आम आदमी पार्टी ने भांपा और पिछले साल भर मे आम आदमी पार्टी ने गुजरात में मजबूती के साथ संगठन को खड़ा कर पार्टी ने मन बनाया कि आम आदमी पार्टी गुजरात का अगला चुनाव लड़ेगी.