लखनऊ : मुख्य मंत्री बनने के बाद योगी आदित्य नाथ सबसे पहले अपनी कर्म भूमि गोरखपुर पहुँचे थे। गोरखपुर की जनता का आभार व्यक्त करते हुए अपने संबोधन में योगी ने प्रदेश की जनता को एक चुनौती भरा आश्वासन दिया था कि 15 जून तक प्रदेश की सड़कें गड्डा मुक्त हो जाएगी।
अपने प्रिय नेता एवं प्रदेश के मुख्य मंत्री के इस आश्वासन पर गोरखपुर ही नही पूरे प्रदेश की जनता रोज़ सुबह उठकर उन सड़को का मुआयना करती है जो 15 जून के बाद सरपट दौड़ने लायक हो जाएगी। बच्चे सड़क पर निडर होकर अपने स्कूल जा सकेंगे। शिक्षक और अन्य कर्मी समय से पूर्व अपने विद्यालय और कार्यालय में अपनी उपस्थिति दर्ज करा सकेंगे तथा अस्पतालों में आने वाले दुर्घटनाग्रस्त मरीजो की संख्या में अप्रत्याशित कमी होगी।
योगी आदित्यनाथ की उक्त घोषणा के बाद कुछ सड़को जैसे मुख्य मंत्री आवास, मंत्री आवास तथा वी आई पी इलाको को छोड़ दे तो कही भी सड़को की मरम्मत का काम नही हुआ है।लखनऊ के पॉश एरिया कहे जाने वाले गोमतीनागर का हाल तो देखने वाला है। पत्रकारों के दबाव में नगर निगम ने उन पत्रकारों के घरो के सामने की सड़कें तो ठीक कर दी जो दबंग माने जाते है। शेष बेचारे अपनी किस्मत को ही दोष दे रहे है।
विधायक पुरम की सड़कों का भी यही हाल है।भाजपा के विधायकों के घरों के सामने तो मरम्मत ऐसी हुई है जैसे सड़क नई बनी है,शेष सत्ता में न होने से दुःखी है। विधायक पुरम में तो विगत एक वर्ष पूर्व अखिलेश सरकार में पानी के भराव को लेकर,सड़क ऊंची करने का जो काम शुरू हुआ था सत्ता परिवर्तन के साथ ही रोक दिया गया। नगर निगम को यह आदेश किसने और कब दिया कोई बताने वाला नही है। विधायकपुरम कि जनता इसी विश्वास पर बैठी है कि योगी के आते ही सब ठीक हो जाएगा।नगर निगम के दोषी अधिकारियों को सज़ा भी मिलेगी- शायद एक कल्पना ही रह जाएगी।
मायावती के काल मे बनाई गई सड़को को छोड़ दे तो शहर की सभी सड़के पैदल चलने लायक भी नही है। सपा सरकार की माने तो लखनऊ आगरा मार्ग का हाईवे की दशा ही उनके कामो की याद दिला देती है।
कुल मिलाकर निर्माण एजेंसियों या सरकारी विभाग योगी के 15 जून की तिथि को लेकर परेशान कम और उत्साहित जायदा नज़र आ रहै है।बनी बनाई सड़को पर डामर का लेप करके गड्डा भरने की कवायद की जा रही है। गड्डो को भरे जाने के नाम पर अभियंताओं द्वारा जेबे भरे जाने का काम जोरो पर है।
सड़को की मरम्मत को लेकर पूर्व मुख्य मंत्री नारायण दत्त तिवारी का कार्यकाल याद आता है।तिवारी जुमलेबाजी न करके रात्रि 11 बजे से 2 बजे तक निमार्ण कार्य का स्वंम मुआयना किया करते थे तथा अधिकारियों या अभियंताओ को दोषी पाये जाने पर उसके विरुद्ध तत्काल कार्यवाही करते थे।
योगी भी रात देर तक कार्य करने के आदि है परन्तु केवल बैठकों के स्थान स्वम भौतिक निरीक्षण करना अभी से आरम्भ कर दे तो भी 15 जून तक 80 से 90 प्रतिशत सड़को के गड्डे भरने का काम पूरा हो सकता है। अन्यथा जुमलेबाजी की सरकार का प्रमाण जनता से मिलने में देर नही लगेगी।