नई दिल्ली : भारत में, हम में से बहुत कम लोग ट्रैफिक साइन या सड़क संकेत के नियमों की जानकारी रखते हैं. यहीं वज़ह है कि हर दिन 400 लोग सड़क दुर्घटना में मौत का शिकार हो जाते है. आपको बता दें सड़क सुरक्षा भारत में एक चिंता का विषय है. पिछले 8 दशकों में वाहनो की संख्या में वृद्धि के साथ कई देशों ने अंतरराष्ट्रीय यात्रा को सुविधाजनक बनाने (जहाँ भाषा संबंधी अंतर अवरोध पैदा करते हैं) और आमतौर पर यातायात सुरक्षा को बढ़ाने में मदद के लिए सचित्र संकेतों को अपनाया है आप भी इन संकेतो को अपना कर अपनी ड्राइवींग सुरक्षित करें .
जब कभी गाड़ी ले कर सड़क पर निकलते है , तो हम सभी ने सड़क पर उन सफेद और पीले रंग की लाइनों पर ध्यान दिया होगा . कभी कभी वे लाइनें पुरी होती है और कभी- कभी वहीं लाइने टूटे रहते हैं. क्या आप जानते हैं कि इन लाइनों का भी यातायात संकेत का एक हिस्सा हैं ? आइए जानते है इन लाइनों क्या मतलब है -
पूरी सफेद लाइन
पूरी सफेद लाइन की पट्टी आपको इंगित करता है कि आप लेन न बदलें जिस लेन पर आप है उसी लेन पर चलते रहें.
टूटी सफेद लाइन
टूटी सफेद लाइनों से संकेत मिलता है कि आप लेन बदल सकते है, लेकिन सावधानी के साथ.
पीले रंग की लाइन
पूरी पीले रंग की लाइन आपको इंगित करता है कि आप अन्य वाहनो को पासिंग की अनुमति दें और ओवरटेक भी करें , लेकिन आप पीले रंग की रेखा को पार नहीं कर सकते. हालांकि, यह नियम दूसरे राज्य में अलग -अलग हो सकते हैं . उदाहरण के लिए, तेलंगाना में , पीले रंग की लाइन ओवरटेक करने की अनुमति नहीं देता हैं.
टूटी येलो लाइन
टूटी येलो लाइन पासिंग कि अनुमति देती है, लेकिन सावधानी के साथ .
टूटी पीले रंग की लाइन के साथ सीधी पीले रंग की लाइन
आप टूटी हुई लाइन के किनारे पर गाड़ी चला रहे हैं, तो आपको आगे निकलने की अनुमति है, और यदि आप सीधी लाइन के किनारे पर गाड़ी चला रहे हो , तो आपको आगे निकलने की अनमति नहीं है. उसी लेन पर चलते रहें.