लखनऊ : बिहार के पूर्व मुख्य मंत्री लालू प्रसाद यादव के 22 ठिकानों पर सीबीआई छापे की कार्यवाही से परेशान उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्य मंत्री अखिलेश यादव आज अपने दिल की बात, विधान परिषद में चर्चा के दौरान, अपनी जुबान पर ले ही आये। उन्होंने आज सरकार पर तीखा हमला बोला।
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शुक्रवार को विधान परिषद में सरकार पर जमकर हमला बोला। अखिलेश ने बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव का जिक्र करते हुए कहा कि जो बीजेपी से लड़ेगा उसके खिलाफ लालू की तरह ही सीबीआई का इस्तेमाल किया जाएगा। अखिलेश आज लालू की भाषा बोलते दिखाई दे रहे थे जैसे सीबीआई कोई स्वतंत्र एजेंसी न होकर बीजेपी की कोई शाखा हो।
विधान परिषद में चर्चा में शामिल होते हुए उन्होंने गौरक्षकों, कानून व्यवस्था, गंगा सफाई और एंटी रोमियो अभियान पर सरकार को घेरने की कोशिश की, और कहा कि सरकार के घोषणापत्र, प्रधानमंत्री के भाषण और राज्यपाल के अभिभाषण में से किसे सच मानूं ? किसानों के विषय पर सबने अलग-अलग बात कही है।
अखिलेश यादव आज सदन में सबसे अधिक लालू यादव के विरुद्ध की जा रही सीबीआई रेड से चिंतित नज़र आ रहे थे।ज्ञात हो कि योगी सरकार के गठन के बाद अखिलेश के ड्रीम प्रोजेक्ट्स पर जैसे ग्रहण लग गया हो। सभी का निरीक्षण स्वम मुख्य मंत्री से लेकर अन्य मंत्रियो ने भी कर डाला और सभी प्रोजेक्ट्स जांच के घेरे में आ चुके है। अखिलेश के चहेते अधिकारी भी धीरे धीरे हटा दिए गए। अबतक किसी मामले की जांच की संस्तुति सीबीआई के लिए नही की गई है। ऐसे में लालू यादव को देखकर हर उस नेता को सीबीआई का भय सता रहा है जिसने जनता का धन लूटकर अकूत सम्पत्ति बना ली है।
लालू यादव पर हो रही कार्रवाई पर उन्होंने कहा कि जो बीजेपी से लड़ेगा उसके खिलाफ ऐसा ही होगा।एंटी रोमियो अभियान पर तंज करते हुए उन्होंने कहा कि ये लोग सरकार बनते ही रोमियो के पीछे पड़ गए,उनके नाम पर काफी कुछ कहा गया। उन्होंने कहा बेचारा रोमियो तो शरीफ था, उसने तो किसी के लिए जान दी थी।
प्रधानमंत्री पर तंज कसते हुए अखिलेश ने कहा कि वह जिनसे विदेश में हाथ मिलाते हैं, क्या वे उनके खाने-पीने के बारे में जानते हैं? गौरक्षकों पर उन्होंने कहा, “आपको तो सिर्फ एक ही जानवर से प्यार है, आप लोगों से सीखकर गौरक्षकों ने लोगों की जान तक ले ली। आप लोग समाज के अंदर जहर घोलने का काम करते हैं।उन्होनेवये भी कहा कि आप गाय नहीं बचाना चाहते हैं, बल्कि नफरत फैलाना चाहते हैं।”