नई दिल्लीः प्रधानमंत्री कार्यालय के लीक हुए मेल से बड़ा खुलासा हुआ है। इस खुलासे से पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की मुश्किलें बढ़ गईं हैं। सीएनएन न्यूज 18 ने लीक मेल के हवाले से खुलासा किया है कि डॉ. मनमोहन सिंह ने किंगफिशर एयरलाइंस को घाटे से उबारने के लिए शराब कारोबारी विजय माल्या की मदद की थी।
माल्या ने मांगी मदद तो पीएम ने दिया आदेश
खुलासे के मुताबिक वर्ष 2010 से लेकर 2013 के बीच विजय माल्या ने कई ईमेल डॉ. मनमोहन सिंह को किए। कहा कि किंगफिशर एयरलाइंस घाटे में है। इस नाते वित्त मंत्रालय से मदद चाहिए। माल्या के मेल को प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने फौरन सं ज्ञान में लेते हुए तत्कालीन वित्त मंत्री पी चिदंबरम को मदद करने को कहा। बस फिर क्या था कि चिदंबरम ने नियमों को ठेंगा दिखाते हुए किंगफिशर एयरलाइंस को लोन मामले में राहत पहुंचाई। रिपोर्ट के मुताबिक विजय माल्या उस समय लगातार पीएमओ के संपर्क में थे।
क्या बोले माल्या
उधर किंगफिशर एयरलाइंस को मिले कथित धन के दुरुपयोग मामले में विजय माल्या खुद को बेगुनाह बता रहे हैं। माल्या ने ट्वीट जारी कर कहा कि अब तक, इस मिनट तक अदालत में चली सुनवाई के बाद इस बारे में कि किंगफिशर एयरलाइंस पर बैंकों का कितना कर्ज है और मुझ पर व्यक्तिगत तौर पर कितना कर्ज है इस बारे में अंतिम तौर पर कुछ भी तय नहीं हुआ है। माल्या ने कहा कि जब तक उन्हें किसी अदालत से दोषी नहीं ठहराया जाता तब तक वह बेगुनाह हैं।