shabd-logo

लिस्टेड किताबें

 मिथिला की योद्धा (सीता)

राम चंद्र श्रृंखला की दूसरी किताब सीता: मिथिला की योद्धा। एक रोमांच जो एक दत्तक बच्ची के प्रधानमंत्री बनने की कहानी दर्ज करता है। और फिर देवी बनने की।3400 ईसा पूर्व भारत मतभेदों, असंतोष और निर्धनता से घिरा था और उस दौर में जनता अपने शासकों से नफरत कर

0 पाठक
0 लोगों ने खरीदा
0 अध्याय
6 मई 2022
अभी पढ़ें
399
प्रिंट बुक

काशी ( काले मंदिर का रहस्य )

“ब्रह्मांड की समस्त काली शक्तियां उसकी दास हैं. . . ” 1699 ईसापूर्व, आर्यवर्त के दलदल – जब प्रलय की लहरें एक-एक नगर को अपनी चपेट में लेती जा रही थी, तब विराट नौका और धरती के बीच एक अंतिम युद्ध की शुरुआत हुई। एक निर्मम राजा ने मानवजाति के अस्तित्व को

0 पाठक
0 लोगों ने खरीदा
0 अध्याय
5 मई 2022
अभी पढ़ें
200
प्रिंट बुक

 दादा-दादी की कहानियों का पिटारा

हर दिन एक कहानी मुश्किलों के बिन जिंदगानी! यह वर्ष 2020 की बात है, जब बच्चे घरों में कैद होकर रह गए; क्योंकि नोवेल कोरोना वायरस भारत में आ धमका है। पूरे देश में लॉकडाउन घोषित हो चुका है, और इस बढ़ते संकट के बीच अज्जा और अज्जी अपने पोते-पोतियों और क

0 पाठक
0 लोगों ने खरीदा
0 अध्याय
16 मई 2022
अभी पढ़ें
200
प्रिंट बुक

ख़ाली जगह

संवेदना और गहरी दृष्टि से भाषा के अनोखे खेल की रचना करता है गीतांजलि श्री का उपन्यास - ‘ख़ाली जगह’। इस उपन्यास में लेखिका ने नैरेटिव की चिन्दियों को विस्फोट की तरह फैलने दिया है - बार-बार सत्यता के दावों में छेद करते हुए। ‘ख़ाली जगह’ में मूल तत्त्व वह

0 पाठक
0 लोगों ने खरीदा
0 अध्याय
30 मई 2022
अभी पढ़ें
125
प्रिंट बुक

main aur meri likhi kavitaayen

This is a Poetry Book. Includes the best moments of my life which I have tried to write in words. These poems are dedicated to my few special people. Read more

0 पाठक
0 लोगों ने खरीदा
0 अध्याय
15 फरवरी 2023
अभी पढ़ें
115
प्रिंट बुक

खुली खिड़कियां

यह किताब रणभेरी गुंजाती ऐसी अस्मिताओं के नाम, जिन्होंने अपनी अंतश्चेतना के झरोखों से उन औरतों की तकलीफें देखी हैं, जो पितृसत्ता के किले में आज भी बंद हैं। कहने के लिए देश की आजादी की उर्द्धशतीमनाकर हम इक्कीसवीं सदी में प्रवेश कर गए हैं !

0 पाठक
0 लोगों ने खरीदा
0 अध्याय
13 जुलाई 2022
अभी पढ़ें
200
प्रिंट बुक

कश्मीर और कश्मीरी पंडित

यह किताब कश्मीर के उथल-पुथल भरे इतिहास में कश्मीरी पंडितों के लोकेशन की तलाश करते हुए उन सामाजिक-राजनैतिक प्रक्रियाओं की विवेचना करती है जो कश्मीर में इस्लाम के उदय, धर्मान्तरण और कश्मीरी पंडितों की मानसिक-सामाजिक निर्मिति तथा वहाँ के मुसलमानों और पं

0 पाठक
0 लोगों ने खरीदा
0 अध्याय
9 मई 2022
अभी पढ़ें
399
प्रिंट बुक

Baba Ramdev Ke Sapno Ka Bharat

Baba Ramdev Ke Sapno Ka Bharat Read more

0 पाठक
0 लोगों ने खरीदा
0 अध्याय
21 फरवरी 2023
अभी पढ़ें
250
प्रिंट बुक

Ashtavakra Mahageeta Bhag- VI Na Sansar Na Mukti (अष्टावक्र महागीता भाग- 6 न संसार न मुक्ति)

Ashtavakra Mahageeta Bhag - 6: Na Sansar Na Mukti Read more

0 पाठक
0 लोगों ने खरीदा
0 अध्याय
21 फरवरी 2023
अभी पढ़ें
188.51
प्रिंट बुक

Fakirana Andaz

फ़क़ीराना अंदाज़ शिर्डी साईबाबा के जीवन पर आधारित एक विशिष्ट उपन्यास है। हिंदी साहित्य में साईबाबा के जीवन पर यह पहला उपन्यास है। इसमें साईबाबा के जीवन के माध्यम से प्रेम के विराट स्वरूप को देखने का प्रयास किया गया है, उस प्रेम को जिसे कई बार लोग अनि

0 पाठक
0 लोगों ने खरीदा
0 अध्याय
21 फरवरी 2023
अभी पढ़ें
150
प्रिंट बुक

Antartam Ki Khoj

Antartam Ki Khoj Read more

0 पाठक
0 लोगों ने खरीदा
0 अध्याय
21 फरवरी 2023
अभी पढ़ें
50
प्रिंट बुक

Kaun Hai Guru

Kaun Hai Guru Read more

0 पाठक
0 लोगों ने खरीदा
0 अध्याय
21 फरवरी 2023
अभी पढ़ें
250
प्रिंट बुक

Ashtavakra Mahageeta Bhag II Dukh Ka Mool (अष्टावक्र महागीता भाग II दुख का मोल)

अष्टावक्र की गीता को मैंने यूं ही नहीं चुना है। और जल्दी नहीं चुना है। बहुत देर करके चुना है- सोच-विचार के। दिन थे जब मैं कृष्ण की गीता पर बोला, क्योंकि भीड़-भाड़ मेरे पास थी। भीड़-भाड़ के लिए अष्टावक्र गीता का कोई अर्थ न था।बड़ी चेष्टा करके भीड़-भाड

0 पाठक
0 लोगों ने खरीदा
0 अध्याय
21 फरवरी 2023
अभी पढ़ें
300
प्रिंट बुक

Ashtavakra Mahageeta Bhag-V Sannate Ki Sadhna: Sannate Ki Sadhana (अष्टावक्र ... साधन&#23

Ashtavakra Mahageeta Bhag-V Sannate Ki Sadhna Read more

0 पाठक
0 लोगों ने खरीदा
0 अध्याय
21 फरवरी 2023
अभी पढ़ें
250
प्रिंट बुक

Sanskritik Rashtravad Ke Purodha Bhagwan Shriram : सांस्कृतिक राष्ट्रवाद के पुरोधा भगवान श्रीराम

श्रीराम हमारे लिए एक ऐसा व्यक्तित्व हैं जिन्हें हम भारतवासियों ने बहुत समय से भगवान के रूप में माना और समझा है। उनके दिव्याचरण, धर्मानुकूल मर्यादित व्यवहार और चरित्र के दिव्य गुणों के कारण हमने उन्हें इस प्रकार का सम्मान प्रदान किया है। इस पुस्तक में

0 पाठक
0 लोगों ने खरीदा
0 अध्याय
21 फरवरी 2023
अभी पढ़ें
200
प्रिंट बुक

Ashtavakra Mahageeta Bhag - 9: Anumaan Nahin Anubhav (Hindi)

Ashtavakra Mahageeta Bhag - 9: Anumaan Nahin Anubhav Read more

0 पाठक
0 लोगों ने खरीदा
0 अध्याय
21 फरवरी 2023
अभी पढ़ें
188.51
प्रिंट बुक

Sahaj Samadhi Bhali, Vol. - 2 (सहज समाधि भली, भाग - 2)

धर्म तो गूंगे का गुड़ है; जिसने स्वाद लिया, वह गूंगा हो गया। उसे बोलना मुश्किल है, बताना मुश्किल है। उस संबंध में कुछ भी कहने की सुगमता नहीं है। जो कहे, समझ लेना उसने जाना नहीं है।बुद्ध भी बोलते हैं, लाओत्से भी बोलता है, कृष्ण भी बोलते हैं। लेकिन जो

0 पाठक
0 लोगों ने खरीदा
0 अध्याय
21 फरवरी 2023
अभी पढ़ें
300
प्रिंट बुक

Samveda

Samveda Read more

0 पाठक
0 लोगों ने खरीदा
0 अध्याय
21 फरवरी 2023
अभी पढ़ें
150
प्रिंट बुक

Satyarth Prakash Me Itihaas Vimarsha (सत्यार्थ प्रकाश ... विमर्श)

जब महर्षि दयानंद जी महाराज 'वेदों की ओर लौटो' का उद्घोष कर रहे थे तो उनके उद्घोष का अभिप्राय अपने स्वर्णिम अतीत की ओर लौटने से था अर्थात अपने स्वर्णिम इतिहास को खोजकर उसे वर्तमान में स्थापित करने का संकल्प दिलाने के लिए हम भारतवासियों को उन्होंने यह

0 पाठक
0 लोगों ने खरीदा
0 अध्याय
21 फरवरी 2023
अभी पढ़ें
300
प्रिंट बुक

Ashtavakra Mahageeta Bhag- VII Samarpit Swatantrata (अष्टावक्र महागीता भाग- 7 समर्पित स्वतंत्रता) (PB): ... 0;ंत्रता)

'जीवन तो जैसा है वैसा ही रहेगा। वैसा ही रहना चाहिए। हां, इतना फर्क पड़ेगा... और वही वस्तुतः आमूल क्रांति है। आमूल का मतलब होता है : 'मूल से'। ...आमूल क्रांति का अर्थ होता है : जो अब तक सोये-सोये करते थे, अब जाग कर करते हैं। जागने के कारण जो गिर जाएगा

0 पाठक
0 लोगों ने खरीदा
0 अध्याय
21 फरवरी 2023
अभी पढ़ें
188.51
प्रिंट बुक

किताब पढ़िए

लेख पढ़िए