नई दिल्लीः कितने डीएम आए और चले गए, मगर कोई यूपी और एमपी की सीमा पर हो रहे जबर्दस्त अवैध खनन को बंद नहीं करा सके। मगर एक महिला कलेक्टर की दिलेरी ने रेत माफियाओं की कमर तोड़ दी। इस जाबांज अफसर का नाम है जेपी आइरीन सिंथिया। मध्य प्रदेश की पन्ना जिले की कलेक्टर सिंथिया की दबंगई के आगे रेत माफियाओं का दुस्साहस जवाब दे गया है। यहां तक कि सूबे के वे मंत्री अब सिफारिशी फोन करना बंद कर दिए हैं, जिनका हाथ रेत माफियाओं के सिर पर हमेशा रहा है। खनन माफियाओं ने मंत्री का फोन कराकर दबाव में लेने की कोशिश की तो डीएम ने कहा-मैं किसी की नहीं सुनने वाली।
300 ट्रक किए जब्त
डीएम आइरीन सिंथिया ने चार्ज लेते ही रेत माफियाओं की जड़ पर ताबड़तोड़ वार करने शुरू कर दिए। अवैध खनन में लगे 300 से अधिक ट्रक जब्त किये गए। इतना ही नहीं ट्रकों के संचालन के लिए माफियाओं की ओर से बनाया गया अवैध पुल भी डीएम ने तोड़वा दिया।
इन नदियों के किनारे खऩन पर लगाम
डीएम आइरीन सिंथिया के एक्शन से उत्तरप्रदेश की सीमा से लगे चांदीपाठी, चदौरा, भीना, नहरा, वीरा, सहित केन नदी किनारे संचालित अवैध खनन पर लगाम लगी है। तीन सौ ट्रकों को जब्त करने के बाद लगभग 30 लाख का खनिज भी प्रशासन ने जब्त किया है।मध्य प्रदेश की सीमा से सटे यूपी के बांदा जिले से लगी सीमा के पास स्थित भीना-चांदीपाठी, चंदौरा, नेहरा घाट के निकट नदी की धारा को रोक कर बनाया गया अस्थाई पुल भी तोड़ दिया गया है।
एक मीटिंग में बनी रणनीति
बांदा जिले के कालिंजर में बॉर्डर मीटिंग के दौरान रेत माफियाओं की सक्रियता का मुद्दा उठा तो डीएम पन्ना ने तुरंत रणनीति तैयार की। इस बैठक में इसमें बांदा (यूपी) के डीएम, पुलिस अधीक्षक एवं पन्ना की कलेक्टर जेपी आइरीन सिंथिया और पुलिस अधीक्षक रियाज इकबाल शामिल हुए थे। बैठक में ही कार्रवाई का फैसला हुआ और उसके बाद तीन टीमें बना कर रविवार शाम से कार्रवाई शुरू कर दी गई।