नई दिल्लीः आखिरकार प्रो. रामगोपाल यादव का छह साल के लिए पार्टी से निष्कासन सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव ने रद्द करते हुए उन्हें सभी पदों पर बहाल कर दिया। पार्टी में छिड़ी लड़ाई के बीच शिवपाल यादव का विरोध और अखिलेश की तरफदारी करने पर उन्हें पार्टी से निकाला गया था। अब वे केंद्रीय संसदीय बोर्ड के सदस्य के साथ राष्ट्रीय महासचिव और प्रवक्ता के रूप में काम फिर से शुरू करेंगे। पार्टी में अपने धुर-विरोधी रामगोपाल की वापसी पर अमर सिंह ने कुछ भी बोलने से इन्कार कर दिया है।
क्या बोले अमर सिंह
अमर सिंह ने कहा कि सपा के लिए मैं बाहरी थी और बाहरी ही रहूंगा। मगर, रामगोपाल यादव तो घर के हैं और घर के ही रहेंगे। लिहाजा, मैं रामगोपाल की वापसी पर कोई टिप्पणी नहीं करूंगा। दरअसल, मुलायम कुनबे में छिड़ी राजनीति क वर्चवस्व की लड़ाई के बीच शिवपाल के कहने पर मुलायम सिंह यादव ने चचेरे भाई रामगोपाल यादव को पार्टी से बर्खास्त कर दिया था। जिसका मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी विरोध किया था। जिस तरह से उन्होंने राज्यसभा में नोटबंदी को लेकर सवाल उठाया, उससे प्रभावित होकर मुलायम सिंह यादव ने आखिरकार उनका निष्कासन रद्द कर दिया।