दिल्ली : कांग्रेस में शामिल हुए नवजोत सिंह सिद्धू सोमवार को पहली बार मीडिया से मुखातिब हो रहे हैं. कांग्रेस में शामिल होने पर प्रेस कॉन्फ्रेंस में बोले मैं पैदाइशी कांग्रेसी हूं, मैं अपनी जड़ों में लौट आया हूं
रविवार को दिल्ली में राहुल गांधी से मुलाकात कर सिद्धू कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गए. सिद्धू के अमृतसर (पूर्व) सीट से चुनाव लड़ने की पूरी संभावना है. सिद्धू ने कहा कि मेरे पिता ने 40 साल कांग्रेस की सेवा की. मुझे फर्क नहीं पड़ता कि लोग क्या कहेंगे. इस दौरान सिद्धू ने कांग्रेस को कौशल्या तो बीजेपी को कैकेयी बताया.
नवजोत सिंह सिद्धू द्वारा कही गई मुख्य बातें...
अब ज्वलंत सवाल ये है कि क्या ये सिद्धू की निजी लड़ाई नहीं, बल्कि पंजाब के स्वाभिमान की लड़ाई है.
अलख भी जगाऊंगा और लोगों को एहसास भी दिलाऊंगा कि कहां गया वो हरा-भरा पंजाब जो अब चिट्टे के नाम से जाना जाता है.
पंजाब में पांच लाख युवा हैं.
पंजाब हमारा गौरव है, जिसे बर्बाद किया गया.
जिन लोगों को भगवान भूल गया, जिन्होंने जुल्म की अती कर दी, जिन्होंने विरोध किया, उन्हें कूटा, अब उनके न्याय का वक्त आ गया है.
विरोध करने वालों को बर्बाद किया गया.
अब वक्त आ गया है जब बादल के तख्त गिराए जाएंगे.
कुर्सी खाली करो बादल, पंजाब की जनता आती है.. यह सिद्धू का प्रण है.
मैं हरान हूं कि कोई नहीं बोला कि ड्रग्स पंजाब में सच्चाई है.
पंजाब में राजनीति ज्ञों ने पुलिस को कटपुतली बनाकर ड्रग्स का गिरोह बनाया.
पंजाब की ढाल को कमजोर करने की चाल.
मेरा मकसद है कि सबके साथ मिलकर हम पंजाब को उभारें.
एक लाख 88 हजार करोड़ का कर्जा अन्नदाता पंजाब के सिर पर, क्योंकि राज्य के खजाने को लूटकर नेताओं ने अपने घर भरे.
अकाली दल एक पवित्र जमात था, लेकिन अब वह जायदाद बन गया.
ऑक्सफोर्ड से पढ़कर आए सुखबीर बादल स्टेट को मारकर धंधा करते हैं. मैं तुम्हारी पोल खोल दूंगा.
मैं कभी अपनी पीठ नहीं दिखाऊंगा.
केजरीवाल ने खुद ट्वीट कर कहा कि सिद्धू ने मुझसे कुछ नहीं मांगा. मैंने किसी से कुछ नहीं मांगा.
दूसरी पार्टी कांग्रेस है, तीसरा तो कोई विकल्प नहीं है
भाजपा के साथ मेरा कोई मन-मुटाव नहीं था.
भाजपा ने अलायंस को चुना. सिद्धू ने पंजाब को चुना.
मैं पंजाब की तरफ हूं. मेरा कुछ पर्सनल एजेंडा नहीं.
जब आप मैदान में कोई बड़ा लक्ष्य लेकर आ गए तो कुछ सोचा नहीं जाता.
मैं कांग्रेस का एक सैनिक हूं. किसी के अधीन काम करने को तैयार.
ये व्यक्तिगत लड़ाई नहीं. बस, बेहाल पंजाब खुशहाल होना चाहिए.
प्रधानमंत्री के तौर पर नरेंद्र मोदी कैसे हैं, यह जनता बताती है.
सारा पंजाब जानता है कि साजिश किसने की.