नई दिल्ली : दिल्ली की आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल ने अगर दिल्ली विधानसभा चुनाव में पैसे देकर टिकट न बांटे होते तो आज उनकी पार्टी की छवि दागी और अय्याश नेताओं के कारण ख़राब नहीं होती. उनकी सरकार के मंत्रियों की जैसी तस्वीर दिल्ली की जनता के सामने आ रही है. इससे भी 'आप' पर लगे आरोप अब सही साबित होते हुए दिखाई दे रहे हैं.
प्रशांत भूषण ने कहा पैसे देकर बांटे गए थे टिकट
कभी पार्टी के साथ कन्धे से कन्धा मिलकर चलने वाले वकील प्रशांत भूषण का आरोप है कि अगर अरविंद केजरीवाल ने विधानसभा चुनाव में पैसे लेकर टिकट नहीं बांटे होते तो दिल्ली में आज 'आप' पार्टी की स्थिति कुछ और होती. बताया जाता है कि केजरीवाल ने चुनाव में अनाप-शनाप पैसे खर्च करने वालों को मोटी रकम लेकर टिकट बाँट दिए. और अब जब दिल्ली में उनकी सरकार बन गयी तो उनके मंत्रियों की काली करतूतें सामने आने लगीं हैं.
18 महीने में आप के 3 मंत्री बर्खास्त
गौरतलब है कि पिछले 18 महीनों में दिल्ली की 'आप' सरकार के तीन मंत्रियों को बर्खास्त किया जा चुका है. दिल्ली की 'आप' सरकार के सबसे पहले कानून मंत्री जितेंद्र कुमार को 10 जून 2015 को विधि की फर्जी डिग्री रखने के आरोप में हटाये गए थे. इसके बाद 10 अक्टूबर को उनके दूसरे पर्यावरण और खाद्य मंत्री आसिम अहमद खान को दिल्ली के एक बिल्डर से 6 लाख रुपये सिफारिश करने के एवज में लिए थे. जिसके बाद उनको पार्टी से बर्खास्त कर दिया गया.
क्यों हटाये गए संदीप ?
और अब आज 'आप' सरकार के महिला बाल कल्याण मंत्री संदीप कुमार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने हटा दिया है. केजरीवाल ने आज शाम ट्वीट करके खुद ये खबर ब्रेक की है. अपनी ट्वीट में केजरीवाल ने कहा है कि उन्हें संदीप की आपत्तिजनक सीडी मिली थी, जिसे देखने के बाद उन्होंने मंत्री को अपनी कैबिनेट से हटाने का तत्काल फैसला लिया है.सूत्रों के मुताबिक कुछ समय से संदीप की बारे में तरह तरह की शिकायतें मिल रही थीं. इस सीडी के आने के बाद उनका कैबिनेट से बर्खास्त होना निश्चित हो गया. उधर संदीप के क़रीबियों का कहना है कि साज़िश के तहत ये सीडी तैयार की गयी थी. इस सीडी के पीछे पार्टी की भीतरघात को मुख्य कारण माना जाना रहा .