नई दिल्ली : दो साल पहले दिल्ली की सुल्तानपुर माज़रा में रहने वाले ओम प्रकाश बाल विकास कल्याण मंत्री संदीप कुमार के पोस्टर चिपकाया करते थे. लेकिन आज उनके उसी कार्यकर्ता ने मीडिया को सीडी देकर केजरीवाल को उन्हें मंत्री पद से बर्खास्त करने पर मजबूर कर दिया. आरोप है कि यह सीडी 15 दिन पहले ही दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को दी गयी थी.
सरकार के कई मंत्रियों के पास थी सीडी
बावजूद इसके महिला बाल कल्याण विकास मंत्री संदीप कुमार के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गयी. बताया जाता है कि इतना ही नहीं संदीप के खिलाफ सरकार के कई अन्य मंत्रियों को भी यह सीडी ओम प्रकाश ने दी थी. लेकिन किसी ने भी संदीप के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की. ऐसा सीडी मीडिया को सौंपने वाले व्यक्ति का दावा है.
'आप' के मंत्री को बचा रही थी सरकार
और तो और सेक्स कांड में फंसे अपनी पार्टी के मंत्री के खिलाफ कोई कार्रवाई तो करना दूर बल्कि उन्हें बचाये जाने की कोशिश की जाती रही. ओम प्रकाश का यह भी दावा है कि बुधवार को जब उन्होंने सीडी मीडिया को सौंपी तो जैसे ही दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल को इस बात की खबर लगी उन्होंने फौरी कार्रवाई करते हुए संदीप को बर्खास्त कर दिया. इसके साथ ही ट्वीट कर खुद इस बात की जानकारी पत्रकारों को दी.
क्या बोले योगेंद्र यादव ?
फिलहाल 'आप' से अलग हुए नेता योगेंद्र यादव का आरोप है की पंजाब भेजे गए लोगों में से भी पार्टी के कई ऐसे नेता हैं, जिन्होनें भी इसी तरह के कारनामे किये हैं, लेकिन उन पर हम नाम लेकर अभी इसलिए आरोप नहीं लगा सकते क्यों कि उनके खिलाफ कोई सबूत उनके पास नहीं हैं. लेकिन जब भी सबूत होंगे. वह खुलकर बोलेंगे. फिलहाल सवाल इस बात का है की जो आदमी कल तक मंत्रीजी के पोस्टर लगाया करता था. वह आज अपने ही मंत्री के खिलाफ क्यों हो गया ?
चैनल को सीडी भेजे जाते ही संदीप को किया बर्खास्त
बहरहाल ओम प्रकाश ने बताया की उन्हें यह सीडी एक अनजान व्यक्ति ने दी थी. जिससे सीडी मिलने के बाद जब उसने घर जाकर उसे देखा तो वह दंग रह गया. इसके बाद उसने दिल्ली सरकार को सीडी देकर उनसे संदीप को बर्खास्त करने की मांग करी. लेकिन संदीप को उलटे ही बचाने में लग गए. इसके बाद किसी ने इस सेक्स सीडी को बुधवार को मीडिया तक पंहुचा दिया. इसके बाद 'आप' की सरकार हरकत में आयी और उसने फौरी कार्रवाई करते हुए संदीप को बर्खास्त किया.