लखनऊ : यूपी विधानसभा चुनाव में मिली करारी हार को लेकर समाजवादी पार्टी सुप्रीम कोर्ट जा सकती है. सपा ने ईवीएम मशीनों में किसी विशेष सॉफ्टवेयर का प्रयोग किए जाने का आरोप लगाया है. ऐसे में सपा बैलट पेपर वोट की समीक्षा के आधार पर बीजेपी के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जाएगी. बताया जाता है कि अदालत जाने से पहले सपा खुद समीक्षा करेगी. इसके बाद वह अदालत का दरवाजा खटखटाएगी.
बैलट पेपर पर सपा की जीत और ईवीएम में जीत गयी बीजेपी
सूत्रों के मुताबिक बीजेपी जैसी साम्प्रदायिक पार्टी को अगर इतने बड़े पैमाने पर 325 सीटें मिली हैं तो जरूर इसके पीछे ईवीएम मशीनों में गड़बड़ी ही हैं. समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम ने इस बाबत दिए गए अपने एक बयान में बीजेपी की जीत को EVM के सहारे ली गयी जीत करार दिया है. उन्होंने बताया कि बैलट पेपर से एक ट्रेंड मालूम होता है, जिसमें सपा को सबसे ज्यादा वोट मिल रहे हैं. कर्मचारी व अन्य व्यक्ति जो बैलट पेपर से वोट करता है, उसमें हरदोई की सवायदपुर में बैलट पेपर से मिले वोटों में सपा को 381, बसपा को 260, बीजेपी को 182, हरदोई प्राॅपर में सपा 858, बसपा 715, बीजेपी 370, बिलग्राम में भी यही स्थिति है. वहीं, सांडी में कांग्रेस 400, बीएसपी 243 और बीजेपी 150 रही है. अब इन बैलट पेपर वोटरों को गिनें तो पूरी तरह से सपा पूर्ण बहुमत से भी आगे जा रही है. अभी तो ये कुछ ही सीटें हैं, हमने पूरे प्रदेश से बैलट पेपर वोटों को मंगाया है. हम उसपर समीक्षा करने के बाद पूरे सबूतों और समीक्षा के साथ सुप्रीम कोर्ट जांएगे. ईवीएम मशीन में हुई गड़बड़ी की जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट के जज की अध्यक्षता में इसकी जांच हो, उसके लिए अपनी बात कोर्ट में रखेंगे.
ईवीएम मशीन को लेकर मायावती ने भी उठाये थे सवाल
रविवार को नतीजे आने के साथ ही मायावती ने यूपी में आए नतीजों को लेकर ईवीएम मशीनों पर सवाल उठाते हुए कहा था कि इनके साथ किसी विशेषसॉफ्टवेयर प्रयोग करके वोटों को बीजेपी ने अपने पक्ष में किया. मायावती ने अमेरिका मे ईवीएम मशीनों की घटना का जिक्र करते हुए यहां पर इन्हें बैंड करने के साथ ही पुरानी व्यवस्था से वोटिंग कराने के लिए सुप्रीम कोर्ट तक जानें की बात कही. वहीं अखिलेश यादव ने भी इसी क्रम में समथर्न जताते हुए कहा था कि अगर ऐसा होने की आाशंका है तो भाजपा को लोकतंत्र के लिए इस बारे में सोचना चाहिए. हम इसके लिए बैठक करने के बाद निणर्य लेंगे.