दिल्ली में नगर निगम चुनाव की तारीख नजदीक आते ही तमाम राजनीति क पार्टियों ने अपना प्रचार अभियान तेज कर दिया है. आम आदमी पार्टी निगम चुनाव के पूरे प्रचार को हाउस टैक्स के मुद्दे पर केंद्रीत कर रही है. केजरीवाल ने दिल्ली की जनता से वादा किया था कि अगर आम आदमी पार्टी नगर निगम चुनाव जीतती है तो दिल्ली के रिहायशी इलाकों में पुराने और नए सभी प्रकार के हाउस टैक्स माफ करेगी.
कल बुराड़ी में हुई सभा में केजरीवाल ने दावा किया था कि अगर नगर निगम चुनाव में बीजेपी या कांग्रेस की सरकार बन गई तो केंद्र सरकार बिजली और पानी दिल्ली सरकार से लेकर नगर निगम को सौंप देगी और बिजली-पानी के रेट बढ़ जाएंगे. केजरीवाल ने कहा कि ये बात उन्हें एक बीजेपी नेता ने बताई, क्योंकि 1997 से पहले बिजली और पानी नगर निगम के अंदर आते थे.
केजरीवाल के इस बयान के बाद दिल्ली की राजनीति गरमा गई आज प्रेस कांफ्रेस में कपिल शर्मा ने फिर दावा किया कि बीजेपी के लोगो ने मुझे बाताया है कि बीजेपी ने मन बनाया है कि दिल्ली एमसीडी सरकार बनते ही दिल्ली सरकार से बिजली व पानी के मंत्रालय ले लिये जायेगे.
क्यो कि बीजेपी के उपर दवाब है कि बीजेपी शासित राज्यो की तुलना में दिल्ली के अंदर बिजली इतनी सस्ती क्यों है. कपिल मिश्रा ने कहा कि बीजेपी को चुनाव से पहले घोषणा करनी चाहिये कि अगर उनकी सरकार एमसीडी मे बनती है तो वो बिजली व पानी के विभाग दिल्ली सरकार से नही वापस नही लेंगे.