मेरठ: पत्नी के ऊपर मिटटी का तेल डालकर जलाकर मारने की कोशिश करने वाले पति को आईजी पुलिस के दफ्तर में आमरीन नामक मुस्लिम महिला ने मीडिया कर्मियों के सामने,अपने पति को तीन बार तलाक, तलाक, तलाक बोलकर 'तलाक'दे दिया।
इतना सब हो जाने के बाद भी पुलिस ने आरोपी पति को गिफ्तार नही किया। आमरीन का कहना था कि पुलिस सुन नहीं रही और पति के जुल्म अब सह नहीं सकती।
खरखौदा के नराला निवासी आमरीन और फरहीन दोनों बहनों का निकाह लडपुरा निवासी साबिर और साकिर के साथ हुआ था। आमरीन ने पति और घर वालों के उत्पीडन से परेशान होकर खरखौदा थाने में शिकायत दर्ज की गई थी पर पुलिस ने अबतक कोई कार्यवाही नहीं की। बुधवार को हिंदू महासभा के नवीन त्यागी, प्रतीक वत्स और सत्यप्रिय त्यागी के साथ आमरीन आइजी ऑफिस पहुंची। आइजी को पीड़ा सुनाने के बाद भी उसे जब कोई ठोस आश्वासन नहीं मिला तो आमरीन ने आइजी ऑफिस से बाहर निकलकर पति साबिर को तलाक दे दिया। कहा कि पति उससे नाता तोडे, इससे पहले वह खुद ही उसे तलाक दे रहीं है।
तलाक देने के बाद आमरीन ने कहा मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ को एक बार अपनी पीड़ा जरूर सुनाउंगी। उधर आइजी अजय आनंद का कहना है कि प्रार्थना पत्र पर खरखौदा पुलिस को कार्यवाही के आदेश दिए जा चुके है।
एक दूसरा किस्सा गाज़ियाबाद का है जहाँ रिश्तेदार से हंस कर बात करने पर पति ने पत्नी को तलाक दे दिया। परिवार परामर्श केंद्र में सुलह कराने में जुटे सदस्य के करीबी रिश्तेदार से पत्नी का हंसकर बात करना शौहर को इतना नागवार गुजरा कि फोन पर तलाक दे डाला। तीन बार यह जहरीला अल्फाज सुनकर महिला ने पुलिस से शिकायत की । मामला परिवार परामर्श केंद्र पहुंचा तो सदस्य सुलह समझौते में जुट गए। काफी समझाने के बाद पति दोबारा अपनाने को तैयार तो हुआ लेकिन शरीयत का हवाला देकर हलाला से साफ इन्कार कर दिया है।
मुरादनगर की रहने वाली सलमा दो बेटों और एक बेटी की मां है। शादी के बाद शुरूआत में सब सामान्य था लेकिन धीरे-धीरे पति हुसैनी के साथ संबंध अच्छे नहीं रहे। सलमा ने बताया कि पति छोटी-छोटी बातों पर शक करता था। इससे संबंध और खराब होने लगे। पिछले दिनों मोबाइल फोन पर बात करने से भड़क उठा। सलमा के मुताबिक , मायके तक फोन आने पर पति शक की नजर से देखता है।
सलमा ने बताया कि एक करीबी रिश्तेदार अक्सर फोन कर खैरियत पूछता था। यह बात भी हुसैनी को नागवार गुजरने लगी। इसे लेकर कई बार नोक-झोक भी हुई। कुछ दिन पहले उसे घर में उसकी गैर मौजूदगी में आपत्तिजनक वस्तु मिली, इस पर वह भड़क गया और तलाक दे दिया। परिवार परामर्श केंद्र की सदस्य सुमन गोयल ने बताया कि सलमा पति से उम्र मे पांच साल बड़ी है इस कारण संबंध अच्छे नही है। तीन तलाक देने पर सलमा और हुसैनी को सुलह के लिए परिवार परामर्श केंद्र बुलाया था। सदस्यों ने पति-पत्नी को काउंसिलिंग की ।
सुलह - समझौते के बाद पति को गलती का एहसास हुआ। वह पत्नी को दोबारा अपनाने के लिए तैयार हुआ पर हलाला की शर्त रख दी। उधर, सलमा ने कहा कि वह किसी कीमत पर हलाला नहीं करेगी।बात बात में तलाक बच्चो का खेल लगने लगा है i